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जय श्रीराम के उद्घोष के बीच धू-धूकर जला रावण का पुतला
हजारों लोग बने साक्षी शोभायात्रा में उमड़ा जनसैलाब जुलूस में शामिल हुए शहर के 35 अखाड़े औरंगाबाद कार्यालय : औरंगाबाद के ऐतिहासिक गांधी मैदान में रावणवध के साथ ही अधर्म पर धर्म की विजय का त्योहार दशहरा शांतिपूर्ण तरीके से पूरे जिले में संपन्न हो गया. सरस्वती अराध्य समिति द्वारा आयोजित रावणवध के दौरान गांधी […]
हजारों लोग बने साक्षी शोभायात्रा में उमड़ा जनसैलाब
जुलूस में शामिल हुए शहर के 35 अखाड़े
औरंगाबाद कार्यालय : औरंगाबाद के ऐतिहासिक गांधी मैदान में रावणवध के साथ ही अधर्म पर धर्म की विजय का त्योहार दशहरा शांतिपूर्ण तरीके से पूरे जिले में संपन्न हो गया.
सरस्वती अराध्य समिति द्वारा आयोजित रावणवध के दौरान गांधी मैदान में हजारों लोग इसके साक्षी बने. विजयादशमी के गोधुली वेला में औरंगाबाद शहर में भव्य जुलूस निकाला गया, जिसमें विभिन्न अखाड़ों व पूजा समितियों के कार्यकर्ता व लाखों आम लोग शामिल हुए. राम-लक्ष्मण, जानकी, हनुमान व अन्य देवी-देवताओं का लोगों ने दर्शन पूजन किया.
पारंपरिक हथियारों के साथ लोगों ने जम कर प्रदर्शन करते हुए विभिन्न प्रतिमाओं का दर्शन किया. जुलूस समाप्ति के बाद राम-लक्ष्मण-जानकी व हनुमान रथ पर बैठ कर गांधी मैदान पहुंचे, जहां औरंगाबाद सांसद सुशील कुमार सिंह, श्री सीमेंट के जीएम ज्ञानेंद्र मोहन खरे, व्यवसायी श्याम प्रसाद, नगर पर्षद के चेयरमैन उदय प्रसाद गुप्ता सहित कई अतिथियों ने उनकी आरती उतारी फिर जय श्रीराम के जयघोष के बीच राम ने रावण का पुतलादहन किया.
रावणवध का नजारा देखने के लिए पूरा गांधी मैदान भरा हुआ दिखाई पड़ा. कार्यक्रम का संचालन समिति के अध्यक्ष पंकज वर्मा ने किया. मौके पर संजय गुप्ता, गुड्डू गुप्ता, राहुल राज, अमित गुप्ता, प्रभु दयाल, सांसद प्रतिनिधि अश्विनी सिंह, आसु अभिनव, समाजसेवी अवधेश कुमार, जदयू जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष जियाउल मुस्तफा खान आदि मौजूद थे.
डीएम-एसपी ने स्वयं की निगरानी : दशहरा को लेकर पूरे शहर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम प्रशासन द्वारा किये गये थे. एसडीओ सुरेंद्र प्रसाद, एसडीपीओ पीएन साहू, एएसपी अभियान राजेश कुमार सिंह व पुलिस के अन्य पदाधिकारी हर स्थिति पर नजर रख रहे थे. जिलाधिकारी कंवल तनुज और एसपी डाॅ सत्यप्रकाश नवमी से लेकर दशमी तक हर स्थिति को अपने निगरानी में रखा.
ढोला व नगाड़ों की थाप पर थिरकते रहे श्रद्धालु : औरंगाबाद शहर में वर्षों से गोल यानी शोभायात्रा निकलते आ रही है. शहर के अलावे गांव-गांव से लोग इस गोल में शामिल होते हैं और देवी-देवताओं की प्रतिमा के साथ शहर भ्रमण कर अदरी नदी के तट पर अंतिम विदाई देते हैं. आर्यन महाजन नाट्य क्लब, सरस्वती अराध्य समिति, मां दुर्गा पूजा समिति, धर्मदास संगत, शाहपुर अखाड़ा सहित 35 अखाड़ों के लोग प्रतिमा के साथ शोभायात्रा में शामिल होते हैं.
ढोल, नगाड़े, ताशा की थाप पर थिरकते श्रद्धालुओं ने शोभायात्रा में ऐसा समां बांधा कि लोग रोमांचित हो उठे. जय श्रीराम सहित अन्य देवी -देवताओं की करतल ध्वनि ने शोभायात्रा में चार चांद लगाया. कई कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति देकर लोगों को थिरकने पर मजबूर कर दिया. वृंदावन से पहुंचे कलाकारों ने भी शोभायात्रा में लोगों को भरपूर मनोरंजन किया. अंतत: दुर्गा मंदिर में महाआरती के बाद प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया.
श्रद्धालुओं को पानी पिला कर दिया भाईचारे का परिचय : शोभायात्रा के दौरानमुस्लिम समाज के लोगों ने बड़ी मस्जिद के समीप पानी का स्टॉल लगा कर श्रद्धालुओं की प्यास बुझायी. युवा कांग्रेस नेता शाहनवाज रहमान उर्फ सल्लू खां के नेतृत्व में मो जावेद सहित अन्य लोगों ने हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश की.
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