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आयरन लेडी के जाने से मायूस हैं लोग
औरंगाबाद जिले की आयरन लेडी के रूप में मशहूर पूर्व सांसद श्यामा सिंह अब हमारे बीच नहीं हैं. जिले की राजनीति को एक दिशा देने और इसकी पहचान के लिए जितना त्याग और तपस्या उन्होंने की, उसके लिए जिला उन्हें हमेशा याद रखेगा. उनके निधन से औरंगाबाद जिले के लोगों में एक अजब सी खामोशी […]
औरंगाबाद जिले की आयरन लेडी के रूप में मशहूर पूर्व सांसद श्यामा सिंह अब हमारे बीच नहीं हैं. जिले की राजनीति को एक दिशा देने और इसकी पहचान के लिए जितना त्याग और तपस्या उन्होंने की, उसके लिए जिला उन्हें हमेशा याद रखेगा. उनके निधन से औरंगाबाद जिले के लोगों में एक अजब सी खामोशी छाई है. लोग इनके निधन से मर्माहत हैं.
मृदुभाषी होने के साथ-साथ गलती पर फटकार व डांट पिलाना उनके स्वभाव का एक हिस्सा रहा. लोग उनके स्वभाव को खूब पसंद करते थे. अपने सहज और सर्वसुलभ व्यक्तित्व की वजह से ही औरंगाबाद जिले के लोगों के दिलों में वह जगह बना पायीं. जिले के एक आम आदमी के लिए भी उनके हृदय में उतना ही स्नेह रहा, जितना उनके आसपास लोग रहा करते थे. यही वजह है कि आज उनका जाना सबको खल रहा है.
ओमप्रकाश प्रीत
औरंगाबाद : 11 सितंबर, 2017 सोमवार की सुबह औरंगाबाद लोगों के लिए व्यथित करनेवाला समाचार लायेगा, यह किसी ने कल्पना भी नहीं की थी. हर दिन की तरह अलसुबह लोगों की आंखें खुलीं, पर आंखें खुलते ही पूर्व सांसद श्यामा सिंह के निधन की सूचना लोगों को मिली, तो वे बेचैन हो उठे. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय सत्येंद्र नारायण सिंह की पुत्रवधू व पूर्व सांसद श्यामा सिंह का रविवार की देर रात दिल्ली में निधन हो गया. वह काफी दिनों से अस्वस्थ थीं. वह पिछले कई दिनों से दिल्ली के फोर्टिस हॉस्पिटल के आइसीयू में भर्ती थीं.
वर्ष 1999 से 2004 तक कर चुकी हैं औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व : श्यामा सिंह पूर्व सांसद व केरल के पूर्व राज्यपाल रहे निखिल कुमार की पत्नी थीं. उन्होंने वर्ष 1999 से लेकर 2004 तक औरंगाबाद लोकसभा का प्रतिनिधित्व किया और इस दौरान उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए कई उल्लेखनीय कार्य किये. उन्होंने वर्ष 1999 में औरंगाबाद के वर्तमान सांसद सुशील कुमार सिंह को मात देकर लोकसभा में जगह बनायी थी. श्यामा सिंह का जन्म 26 नवंबर, 1942 को भारत के पहले वित्त सचिव टीपी सिंह के घर हुआ था. उनकी मां माधुरी सिंह भी दो बार पूर्णिया संसदीय क्षेत्र से लोकसभा का प्रतिनिधित्व कर चुकी थीं. उनकी प्रारंभिक शिक्षा पटना में हुई थी. दिल्ली के इंद्रप्रस्थ महिला कॉलेज से इतिहास विषय से उन्होंने स्नातक किया. वह पूर्व ब्यूरोक्रेट्स और राज्यसभा के सांसद रहे एनके सिंह की बहन थीं. स्वर्गीय श्यामा सिंह के छोटे भाई उदय सिंह भी पूर्णिया से सांसद रह चुके हैं.
पूर्व सांसद श्याम सिंह औरंगाबाद की राजनीति में आयरन लेडी के नाम से मशहूर रहीं. राजनीतिक जगत में एक महिला को अपने लिए एक जगह बना पानी और अपने नाम की लहर तैयार करना अत्यंत कठिन होता है.
विरले ही होते हैं, जो इन दोनों कार्यों को कर पाते हैं. सभी के लिए अति लोकप्रिय और मृदुभाषी पूर्व सांसद श्यामा सिंह ऐसे ही विरलों में रहीं. उनका निधन न केवल औरंगाबाद जिले के लिए, बल्कि राज्य व समाज के लिए भी अपूरणीय क्षति है. खासकर ऐसे जटिल और चुनौतीपूर्ण समय में, जब भिन्नताओं और मतभेदों को सुन-समझ कर एक साथ समेट कर चलने की सक्रिय क्षमता रखनेवालों की संख्या लगातार कम होती जा रही है.
राजीव गांधी की पहल पर राजनीति में आयीं : निखिल कुमार जो औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र से 14वीं लोकसभा के लिए चुने गये थे. श्यामा सिंह पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की पहल पर कांग्रेस में शामिल हुईं और राजनीतिक जगत में अपनी कैरियर की शुरुआत की. दिल्ली में आयोजित सामाजिक समारोह के दौरान श्यामा सिंह की मुलाकात राजीव गांधी से हुई थी. उस वक्त निखिल कुमार के साथ स्वर्गीय श्यामा सिंह इस समारोह में शिरकत करने पहुंची थीं.
प्रखर और तेज-तर्रार महिला के रूप में परखते हुए स्वर्गीय राजीव गांधी ने श्यामा सिंह को राजनीतिक क्षेत्र में अवसर प्रदान किया. इसके बाद वह अपने लोकसभा संसदीय क्षेत्र औरंगाबाद का नेतृत्व कर काफी लोकप्रिय हुईं.
ससुर के सपने को किया पूरा : नवीनगर सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट को लाने का सपना उनके ससुर बिहार केतत्कालीन मुख्यमंत्री स्वर्गीय सत्येंद्र नारायण सिन्हा उर्फ छोटे साहब ने सन 1989 में देखा था.
उनके सपने को पूर्व सांसद स्वर्गीय श्यामा सिंह ने औरंगाबाद लोकसभा से चुने जाने के बाद पूरा किया. लोगों में इस बात की चर्चा भी रही कि बहू हो, तो छोटे साहब की जैसी, जिसने अपने ससुर के सपने को साकार किया. इस प्रोजेक्ट को लाने में श्यामा सिंह ने काफी प्रयास किया, तब जाकर नवीनगर सुपर थर्मल पावर औरंगाबाद जिले में शुरू हो सका. इस प्रोजेक्ट के लिए अब भी श्यामा सिंह याद की जाती रहेंगी.
पैतृक गांव पोइवां में पसरा सन्नाटा : पूर्व सांसद स्वर्गीय श्यामा सिंह के निधन की खबर सोमवार की सुबह जैसे ही उनके पैतृक गांव पोइवां के लोगों को मिली, पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गयी. स्वर्गीय श्यामा सिंह की ससुराल पोइवां है.
इस गांव के लोगों को जैसे ही इस बात की सूचना मिली कि केरल व नागालैंड के पूर्व राज्यपाल सह पूर्व सांसद निखिल कुमार सिंह की पत्नी श्यामा सिंह का निधन हो गया, वैसे ही पोइवां के सरकारी विद्यालयों को बंद कर दिया गया और गांव में रह रहे परिजनों व ग्रामीणों में मातम छा गया. विद्यालय को बंद करने से पूर्व उनके सम्मान में एक शोकसभा भी आयोजित की गयी, जिसमें शिक्षकों व छात्रों ने स्वर्गीय श्यामा सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि दी. निखिल कुमार के चाचा कौशलेंद्र प्रताप सिंह, राघवेंद्र प्रताप सिंह, भाई सत्यजीत सिंह, अभिनेष सिंह आदि परिजनों ने गहरा दुख जताया है.
चिरकाल तक याद की जायेंगी श्यामा जी : भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रामानुज पांडेय, कृष्णबल्लभ प्रसाद सिंह बबुआ जी, विनय शर्मा, वरिष्ठ नेता राजेंद्र सिंह, विजय अकेला, वीरेंद्र दुबे, राजकुमार सिंह, शंभु मिश्रा, धीरेंद्र सिंह, सुधांशु त्रिवेदी, गौरव अकेला, धर्मेंद्र शर्मा, पूर्व पार्षद सतीश कुमार सिंह ने औरंगाबाद की पूर्व सांसद स्वर्गीय श्यामा सिंह के निधन को अपूरणीय क्षति बताते हुए गहरा शोक प्रकट किया. नेताओं ने कहा कि पूर्व सांसद एक कुशल राजनीतिज्ञ थीं. बिहार विभूति अनुग्रह बाबू की पौत्रवधू और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय सत्येंद्र बाबू की पुत्रवधू व पूर्व राज्यपाल निखिल बाबू की पत्नी थीं. औरंगाबाद का हर नागरिक उनकाे सम्मान देता था. जिले ही नहीं, बिहार में एक लौह महिला की उनकी छवि थी.
निधन के बाद कांग्रेस ने की सर्वदलीय शोकसभा : श्यामा सिंह के निधन पर अनुग्रह स्मारक में कांग्रेस कमेटी द्वारा सर्वदलीय शोकसभा का आयोजन किया गया.
इसकी अध्यक्षता अनुग्रह स्मारक समिति के सचिव सह मुख्य प्रवक्ता रामविलास सिंह ने की. कार्यक्रम में उपस्थित औरंगाबाद के स्थानीय विधायक आनंद शंकर सिंह, कुटुंबा विधायक राजेश कुमार, कांग्रेस नेता दयानंद सिंह, सचिव अरविंद शर्मा, मृत्युंजय सिंह, हरदयाल पासवान, अजय राम, प्रदीप कुमार सिंह, प्रदेश कांग्रेस डेलीगेट सदस्य विश्वनाथ सिंह, विधि संघ अध्यक्ष रसिक बिहारी सिंह, बबलू सिंह, मदन प्रसाद सिंह, प्रो विजय कुमार सिंह, राजद नेता सुबोध कुमार, प्रवक्ता डा रमेश यादव, उदय उज्जवल, जदयू नेता तेजेंद्र सिंह, पूर्व मुखिया प्रसिद्ध नारायण सिंह ने श्यामा सिंह के निधन पर गहरा दुख जताया. इधर अनुग्रह नारायण सिन्हा महाविद्यालय प्रांगण में स्व श्यामा सिंह के निधन पर एक शोकसभा आयोजित की गयी. कॉलेज के शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मचारियों ने स्व श्यामा सिंह के आत्मा की शांति के लिए मौन रखा. शोकसभा की अध्यक्षता प्राचार्य डा अयोध्या कुमार सिंह ने किया. ग्राम कचहरी खैरा मिर्जा में शोकसभा की गयी. सरपंच शिव कुमार चौधरी, उप सरपंच अशोक सिंह,न्याय सचिव उमा कुमारी,पंच सावित्री देवी,पुतुल देवी,जय किशोर भगत, सुभाष भारती, सविता कुमारी, राम स्वरूप पासवान, शिवनंद यादव, गुप्ता सिंह, वीरेंद्र सिंह आदि ने शोक जताया. कुटुंबा के पूर्व विधायक ललन राम ने कहा कि श्यामा सिंह का निधन उनकी व्यक्तिगत क्षति है.
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