आरा : जिले में अभी तक कोरोना के एक भी मरीज नहीं मिले हैं. जितने लोगों के सैंपल की जांच की गयी है, उनमें सबका रिपोर्ट निगेटिव पाया गया है. हालांकि शुक्रवार को एक मरीज की मौत को कोरोना का संदिग्ध मरीज माना जा रहा है, पर प्रशासन का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इसका खुलासा हो पायेगा. फिर भी सावधानी की आवश्यकता है. हालांकि जिला प्रशासन इसके लिए मुस्तैद है. लॉकडाउन के दौरान सभी आवश्यक नियमों का पालन किया जा रहा है. अनावश्यक सड़कों पर घूमनेवालों बाइक सवारों, वाहन सवारों से जुर्माना वसूल किया जा रहा है. वहीं, बाइक सवारों को उठक बैठक भी कराया जा रहा है.नहीं किया जा रहा है सोशल डिस्टेंसिंग का पालनहालांकि प्रशासन की मुस्तैदी के बावजूद कई जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है. शाम में काफी लोग सड़कों पर निकल जा रहे हैं. वहीं, सभी सब्जी बाजारों में खरीदारों की भीड़ इकट्ठी हो जा रही है. इससे कोरोना वायरस की कड़ी को तोड़ने में परेशानी होगी. नगर के शिवगंज के पास, शीश महल के पास सब्जी गोला, चंदवा मोड़ के पास, पकड़ी चौक के पास, बाजार समिति के पास व स्टेशन के पास सब्जी दुकानों पर लोगों की काफी भीड़ से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है.विदेशों से आये सभी लोगों का नहीं हुआ आइसोलेशन जिले में विदेशों से 300 से अधिक लोग कोरोना वायरस के पांव पसारने के बाद आये हैं. नियमानुसार इनलोगों को होम आइसोलेशन या फिर जरूरत के अनुसार सरकारी क्वारंटीन केंद्रों में ले जाकर आइसोलेट नहीं किया गया है. प्रशासन इनमें सभी को अभी तक चिह्नित नहीं कर पाया है.आपदा राहत केंद्र में नहीं पहुंच पाये हैं सभी मजदूरनगर में दो क्वारंटीन केंद्र स्थापित किये गये हैं. वहीं, सभी प्रखंड मुख्यालयों व पंचायतों में भी आपदा राहत केंद्र स्थापित किये गये हैं, पर दूसरे प्रदेशों से वापस भोजपुर में लौटनेवाले सभी मजदूरों को अभी तक चिह्नित नहीं किया गया है तथा उनका आइसोलेशन नहीं हो पाया है. इन्हें प्रशासन राहत केंद्रों में नहीं पहुंचा पाया है. इससे कोरोना वायरस की कड़ी को तोड़ने में परेशानी होने की संभावना है.नगर निगम नियमित रूप से नहीं कर रहा नगर में फॉगिंग व डीडीटी पाउडर का छिड़कावहालांकि नगर निगम द्वारा नगर के कई मोहल्लों में कोरोना वायरस से बचाव के लिए फॉगिंग व डीडीटी पाउडर का छिड़काव किया गया है. पर जिस अनुपात में छिड़काव होना चाहिए, उतना नहीं किया जा रहा है. केवल खानापूर्ति की जा रही है. वही फॉगिंग की भी केवल खानापूर्ति की जा रही है. इससे लोगों को परेशानी हो रही है. नालियों व सड़कों की सफाई भी नहीं की जा रही है.
जबकि इस स्थिति में सफाई का काफी महत्व है एवं नगर की मुख्य सड़कों के साथ मोहल्लों की गलियों को भी प्रतिदिन सैनिटाइज करने की आवश्यकता है, पर ऐसा नहीं किया जा रहा है.लॉकडाउन तोड़नेवालों पर कार्रवाई का निर्देश केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दो अप्रैल को राज्यों को निर्देश जारी किया है कि लॉक डाउन तोड़नेवालों पर कठोर कार्रवाई की जाये. ऐसे लोगों के विरुद्ध नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत केस रजिस्टर्ड कर जेल भेजने का निर्देश दिया गया है. इसे सरकारी काम में बाधा डालना माना गया है. इसके तहत एक से दो वर्ष तक जेल की सजा हो सकती है.आपदा राहत केंद्र में रखे गये हैं कुल 539 लोगजिले में कार्यरत आपदा राहत केंद्र सह क्वारंटीन केंद्र में कुल 539 लोगों को रखा गया है. हालांकि पीरो प्रखंड मुख्यालय स्थित आपदा राहत केंद्र से सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन रखने को लेकर प्रखंड के दूसरे राहत केंद्रों में मजदूरों को ले जाते समय 11 मजदूर फरार हो गये. इससे व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न उठने लगा है.सुविधा देने में बैंकों की भूमिका भी सराहनीयफोटो नंबर – 4 – पीएनबी का मोबाइल एटीएम.लॉकडाउन के कारण लोगों को पैसे की असुविधा नहीं हो, इसे लेकर बैंक प्रबंधन भी काफी गंभीर है. बैंकों द्वारा प्रयास किया जा रहा है कि ग्राहकों को अधिक-से-अधिक सुविधा दी जा सके. इस अभियान के तहत चलंत एटीएम को नगर में शुरू किया गया. नवादा थाने के पास से एटीएम की शुरुआत की गयी. जिले के अग्रणी बैंक पंजाब नेशनल बैंक के अग्रणी जिला प्रबंधक जेके वर्मा ने कहा कि बैंक देश के इस संकट की घड़ी में ग्राहकों के साथ खड़ा है. चलंत एटीएम समय के अंतराल पर पूरे नगर में घूम कर ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करेगा, ताकि राशि के अभाव में उन्हें परेशानी नहीं उठानी पड़े.