अररिया : ताजा सर्वे के अनुसार अररिया शहर के 15881 परिवार को पीने के लिए शुद्ध जल मयस्सर नहीं है. लोग अगर समृद्ध हैं तो उनके पास विकल्प के तौर पर आरओ व फिल्टर घर में है. इसके अलावा भी विभिन्न कंपनियों का शुद्ध पानी का जार भी बाजार में उपलब्ध है, जिनसे वे शुद्ध जल का सेवन कर पा रहे हैं.
लेकिन ज्यादातर परिवार अब भी पूर्ण रुपेण शुद्ध पेयजल से वंचित हैं.
शुद्ध जल की आपूर्ति के लिए नप के द्वारा कुछ वार्डों में लगाये गये नल भी जंग खाकर बेकार हो चुके हैं. हाल के दिनों में संपन्न हुए हाउस-टू हाउस सर्वे में भी यह बात खुल कर सामने आया है कि शहर के अधिकांश घरों में नप द्वारा शुद्ध पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है.
नगरवासियों को शुद्ध जल पीने को मिल सके इसके लिए नगर विकास विभाग के द्वारा बिहार जल पार्षद को पाइप बिछाने व जल मीनार के निर्माण कराने का काम सौंपा गया है. लेकिन कार्यरत एजेंसी के द्वारा कार्य में अनियमितता बरते जाने के कारण यह योजना भी जांच में फंस गया है. हालांकि शहरवासियों को शुद्ध जल मिल सके इसके लिए चांदनी चौक के पास व अररिया आरएस हाट के पास पीएचइडी द्वारा जल मीनार का निर्माण कराया गया था. लेकिन वह भी अब सिर्फ शोभा की वस्तु बनी हुई है.
शहर में बनी हैं दो जलमीनार
नगर परिषद में 15881 परिवार व 11338 होल्डिंगधारी हैं
एक वर्ष में भी नहीं पूरी हो पायी है शहर में जलापूर्ति योजना
साढ़े 24 करोड़ रुपये का है प्राक्कलन
बीआरजेपी ने एजेंसी को पुन: कहा है अनियमितता को करें दूर: कार्यपालक पदाधिकारी
एजेंसी द्वारा बरती गयी है अनियमितता
शुद्ध पेयजल पहुंचाने में विलंब के पीछे बीआरजेपी के कार्यरत एजेंसी के द्वारा काम में बरती गयी अनियमितता हैजांच में पटना से आये वरीय पदाधिकारियों ने संवेदक के द्वारा बरते गये अनियमितता को सही पाया. एजेंसी को पुन: काम कराने का निर्देश दिया गया है.
गौतम साह, उपमुख्य पार्षद
कनीय अभियंता का पत्र िमला है
नगर विकास विभाग के द्वारा बीआरजीपी को पाइप लाइन बिछाने व जलमीनार का निर्माण कराने का जिम्मा सौंपा गया था. उन्हें बीआरजेपी के कनीय अभियंता का पत्र मिला है जिसमें एजेंसी को पुन: कम ग्रोथ वाले स्थानों पर पाइप को उखाड़ कर बिछाने का निर्देश दिया गया है.
भवेश कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी