किशनगंज : अपनी प्रेमिका को धोखे में रख कर विगत कई दिनों तक उसका शारीरिक शोषण करने के बाद प्रेमी द्वारा अन्यत्र ब्याह रचाने के सदमे को प्रेमिका बरदाश्त न कर सकी और उसने घर में रखे कीटनाशक का सेवन कर लिया. विषपान के बाद पीड़िता हालत बिगड़ती देख परिजनों ने उसे फौरन इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती करा दिया,
जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों के अथक प्रयास के बाद उसे नव जीवन, तो प्रदान कर दिया परंतु स्थिति में सुधार आते ही पीड़िता एक बार फिर आवेश में आ गयी और अस्पताल से भाग कर आत्महत्या करने के प्रयास में जुट गयी. परंतु अस्पताल में मौजूद पीड़िता के परिजनों व अस्पताल कर्मियों ने उसे किसी तरह समझा-बुझा कर शांत करा.
घटना के संबंध में जानकारी प्रदान करते हुए पीड़िता ने बताया कि विगत कई वर्षों से वह स्थानीय मदरसे में शिक्षा ग्रहण करती थी. मदरसा में तैनात मौलवी असरारूल हक नुमानी पिता वजीर मो जलालगढ़ पूर्णिया निवासी अक्सर पढ़ाई के दौरान उसके संग छेड़छाड़ करता था तथा अपनी मीठी-मीठी बातों से उसे उलझाने का प्रयास किया करता था.
परंतु वह उसके जाल से साफ बच निकली थी. इसी दरम्यान एक दिन जब मौलवी असरारूल ने जब उसके समक्ष प्यार का प्रस्ताव रखा, तो एक बार फिर पीड़िता ने उसके प्रस्ताव को ठुकरा दिया था. पीड़िता के इनकार के बाद असरारूल उसे आत्महत्या करने की धमकी देने लगा. नतीजतन पीड़िता ने उसके प्यार के प्रस्ताव को कबूल कर लिया.
परंतु असरारूल प्यार का झूठा स्वांग रचा कर व जल्द शादी कर लेने का झांसा देकर लगातार उसका यौन शोषण करता रहा. इसी दौरान गत बुधवार को जब पीड़िता को यह जानकारी मिली कि असरारूल उसे धोखे में रख कर पड़ोस की ही एक अन्य युवती के संग शुक्रवार को ब्याह रचाने जा रहा है,
तो वह इस सदमे को बरदाश्त नहीं कर सकी और आत्महत्या करने की नीयत से कीटनाशक का सेवन कर लिया. घटना के बाद असरारूल गांव छोड़ कर फरार हो गया है. इस मौके पर पीड़िता व उसके परिजनों ने स्थानीय प्रशासन से पीड़िता को इंसाफ दिलाने के साथ-साथ आरोपी मौलवी को कड़ी से कड़ी सजा दिये जाने की मांग की है.