अररिया : को ऑपरेटिव शाखा परिसर में धान अधिप्राप्ति को लेकर मंगलवार को जिले के सभी व्यापार मंडल व पैक्स अध्यक्षों की बैठक हुई. बैठक में डीएम ने धान अधिप्राप्ति को ले विस्तृत जानकारी दी. डीएम हिमांशु शर्मा ने पैक्स अध्यक्षों की समस्याओं को सुना व उस पर अपनी प्रतिक्रिया भी दी. इससे पूर्व पैक्स अध्यक्ष संघ के जिला अध्यक्ष रामचंद्र सिंह, चेयर मेन अली राजा व जिला सहकारिता पदाधिकारी कवींद्र नाथ ठाकुर ने पुष्प गुच्छ देकर डीएम का अभिवादन किया.
45 हजार एमटी धान खरीदने का है लक्ष्य, पूरा करने का निर्देश डीएम ने कहा कि जिले में पैक्सों व व्यापार मंडल के माध्यम से 45 हजार एमटी धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य निर्धारित है. इस बार धान अधिप्राप्ति की जिम्मेवारी पैक्सों की है. साथ ही किसान से खरीदे गये धान के एवज में 67 प्रतिशत चावल का आवंटन एसएफसी को करना है. सरकार चाहती है कि पैक्स ज्यादा से ज्यादा मजबूत हो इसके लिए इस नये नियम के तहत धान अधिप्राप्ति की जिम्मेवारी पैक्सों को दी जा रही है. पैक्सों व किसानों के मजबूत रिश्तों पर प्रकाश डालते हुए डीएम ने अपने गृह क्षेत्र उत्तर प्रदेश व हरियाणा राज्यों में पैक्सों की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी अपने विचार रखे. उन्होंने कहा कि अगर गांवों में पैक्स मजबूत होगा तो किसान खुशहाल होंगे.
पिछले वर्ष जहां जिले में कम पैक्सों द्वारा धान अधिप्राप्ति की गयी थी वही इस वर्ष 161 पैक्सों द्वारा धान अधिप्राप्ति की जायेगी. उन्होंने कहा कि इस वर्ष पैक्सों की संख्या बढ़ायी गयी है. साथ ही पिछले वर्ष से ज्यादा 25 मिलरों को एसएफसी ने सीएमआर आपूर्ति करने के लिए चयन किया है. इन मिलरों से क्षमता के अनुसार पैक्सों को टैग किया जायेगा. किसानों से अनाप शनाप धान नहीं लेंगे पैक्सडीएम ने कहा कि धान अधिप्राप्ति के लिए इस बार पैक्सों के क्रेडिट लिमिट को 20 प्रतिशत तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. बढ़े क्रेडिट लिमिट का उपयोग कर पैक्स किसान से धान की अधिप्राप्ति करेंगे.
डिफॉल्टर पैक्स अध्यक्ष धान की खरीद नहीं कर पायेंगे. इसके लिए डिफॉल्टर पैक्स के किसानों को क्रियाशील पैक्स के साथ टैग किया जायेगा. डीएम ने कहा कि किसानों से धान खरीद में किसी भी प्रकार की आनाकानी पैक्स नहीं करेंगे.इस बात का विशेष ध्यान रखेंगे कि किसानों से अनाप शनाप धान की वसूली भी नहीं की जाय. पैक्स एसएफसी पर राशि के भुगतान के लिए दबाव नहीं बना सकते हैं. एसएफसी को चावल उपलब्ध करायेंगे तभी एसएफसी राशि का भुगतान करेगा. डीएम ने स्पष्ट करते हुए कहा कि पैक्स मिलर को धान पहुंचा कर चावल कुटवाने तक की निगरानी स्वयं करें, पैक्स किसान से धान लें व्यापारी से धान नहीं खरीदे. उन्होंने कहा कि इस बार धान कागज पर रिसीव नहीं होगा. इनफोरसमेंट भी इस बार दो स्थानों पर बनेगा. एक क्रय केंद्र पर सीओ के द्वारा दूसरा एसएफसी के प्रबंधक के द्वारा.
उन्होंने कहा कि पैक्स धान में नमी का बहाना बना कर 15 जनवरी तक धान के सूखने की प्रतीक्षा नहीं करें. जिले में आठ से नौ पैक्सों के द्वारा धान अधिप्राप्ति शुरू किये जाने की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि पैक्स जल्द से जल्द धान की खरीद सुनिश्चित करें. एसएफसी द्वारा भुगतान की प्रक्रिया नहीं होगी बाधित पैक्स अध्यक्षों के द्वारा भुगतान की प्रक्रिया में एसएफसी द्वारा विलंब किये जाने के सवाल पर डीएम ने कहा कि पैक्स द्वारा चावल उपलब्ध कराने के 48 घंटे के अंदर आरटीजीएस द्वारा राशि का भुगतान पैक्स के खाते में कर दिया जायेगा. वहीं पैक्स 72 घंटे में किसानों को राशि का भुगतान कर देगा. मिलर जितने की बैंक गारंटी देंगे पैक्स उतना ही धान उपलब्ध करायेगा पैक्सों के लिए सुरक्षा कवच के रूप में टैग पैक्स के अनुरूप मिलर बैंक गारंटी उपलब्ध करायेंगे. मिलर की क्षमता के आधार पर ही पैक्सों से टैगिंग की प्रक्रिया पूरी की जायेगी.
उन्होंने कहा कि पैक्स मिलर से शत प्रतिशत धान के एवज में 67 प्रतिशत चावल लेंगे. उन्होंने कहा कि अगर पैक्स का ईमान मजबूत होगा तो किसी की हिम्मत नहीं है कि उससे अवैध उगाही कर सके. ऑनलाइन रिपोर्टिंग की होगी व्यवस्थाइस बार एक नयी व्यवस्था के तहत सभी पैक्स व व्यापार मंडल अध्यक्ष धान अधिप्राप्ति से संबंधित रिपोर्ट भेजेंगे.
इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला सहकारिता पदाधिकारी कवींद्र नाथ ठाकुर ने बताया कि कितने धान की प्रतिदिन खरीद हुई, मिल को कितना भेजा गया, मिल से प्राप्त चावल व एसएफसी को जमा चावल से संबंधित रिपोर्ट भेजने के लिए थ्री जी युक्त एंड्राएड मोबाइल का इस्तेमाल करना है. इस मोबाइल एप्लीकेशन से ही पैक्स वार भेजी गयी रिपोर्ट राज्य स्तर पर मान्य होगी.
इसलिए मोबाइल एप्लीकेशन की प्रक्रिया को उन्होंने अनिवार्य बताया. व्यापार मंडल व पैक्स अध्यक्षों के सहयोग के लिए प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारी को ट्रेनिंग दिये जाने की बात भी उन्होंने कही. बैठक में डीएम एसएफसी चंचल कुमार वर्मा, जिला सहकारिता पदाधिकारी कवींद्र नाथ ठाकुर, एसडीओ संजय कुमार, सभी प्रखंडों के बीसीओ, पैक्स अध्यक्ष व व्यापार मंडल के अध्यक्ष उपस्थित थे.