अररिया : जिला अनुश्रवण समिति की बैठक में डीएम के निर्देश के आलोक में डीपीओ स्थापना ने जिले के प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में किये गये शिक्षकों का प्रतिनियोजन तात्कालिक प्रभाव से रद्द कर दिया गया है.
डीपीओ स्थापना ने सभी प्राथमिक व मध्य विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को प्रतिनियोजित शिक्षकों को मूल विद्यालय में योगदान करने के लिए विरमित करने का आदेश दिया था. आदेश के अनुसार तीन दिनों के अंदर विरमित करने का निर्देश दिया गया था. साथ ही इस आशय का प्रमाण पत्र डीइओ कार्यालय को समर्पित करने का भी निर्देश दिया था.
परंतु डीपीओ स्थापना के इस पत्र का अब तक कितना अनुपालन हो पाया है इसकी जानकारी डीइओ कार्यालय को नहीं है. विभिन्न विद्यालयों में प्रतिनियुक्त शिक्षक अपना प्रतिनियोजन बरकरार रखने के लिए हर तरह के पैरवी में लगे हुए हैं. प्रधानाध्यापक भी प्रतिनियुक्त शिक्षकों को विरमित करने में पक्षपात रवैया अपनाये हुए हैं.
इस कारण पांच दिन बीत जाने के बावजूद शिक्षकों का प्रतिनियोजित पूर्णत: रद्द नहीं हो पाया है. तुर्रा यह कि कुछ शिक्षक अब भी डीइओ कार्यालय में ही प्रतिनियुक्त हैं. डीएम के निर्देश के आलोक में डीपीओ स्थापना द्वारा पत्र निर्गत किया जाना केवल खानापूर्ति ही साबित हो रहा है.
कई विद्यालय में प्रतिनियोजित शिक्षक अपने मूल विद्यालय में तो योगदान किया है परंतु अधिकांश प्रतिनियोजित शिक्षक आज भी मूल विद्यालय में योगदान नहीं किया है और न ही कोई प्रधानाध्यापक डीइओ कार्यालय को उनके विद्यालय में शिक्षक प्रतिनियोजित नहीं है का प्रमाण पत्र समर्पित किया है.