घटना के वक्त आलमगीर पांजीपाड़ा में आयोजित पार्टी मीटिंग में भाग लेकर किशनगंज के रास्ते बाइक पर सवार होकर घर लौट रहे थे. इसी दरम्यान शहर से सटे पश्चिम बंगाल के बिजलिया के निकट अपराधियों ने उन्हें घेर लिया.
हालांकि आमलगीर किसी तरह घटनास्थल से फरार हो गये. उनकी मंशा किसी तरह खगड़ा स्थित बीएसएफ हेड क्वार्टर पहुंच जान बचाने की थी.
परंतु अपराधियों ने उन्हें स्थानीय हवाई अड्डा के निकट दबोच लिया और बेरहमी से उनकी पिटाई कर दी. उनके चीखने-चिल्लाने की आवाज को सुन आस पड़ोस के लोग घटना स्थल पर इकट्ठा हो गये और तीन अपराधियों को धर दबोचा.
तत्पश्चात स्थानीय लोगों ने घायल आमलगीर को इलाज के लिए स्थानीय सदर अस्पताल में भरती करा दिया, जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के उपरांत उनकी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए एमजीएम कॉलेज रेफर कर दिया.
इधर, स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों द्वारा पकड़े गये तीनों अपराधियों को अपने कब्जे में कर उन्हें थाना ले आयी. हालांकि सोमवार देर संध्या तक मामले की शिकायत पीड़ित पक्ष द्वारा न किये जाने के कारण पुलिस ने तीनों अपराधियों को बांड बना कर छोड़ दिया.
इधर, घटना क्रम में पीड़ित आमलगीर ने अपराधियों द्वारा 30 हजार नकद लूटे जाने की बात स्वीकार की थी. परंतु स्थानीय लोग पूरे घटनाक्रम को राजनीतिक रंजिश का परिणाम बता रहे हैं.