प्रधानाध्यापक परवेज आलम स्टाफ रूम आये, जहां सभी शिक्षक बैठे थे. उन्होंने आते ही शिक्षिका विनीता मंडल से पूछा कि तुम क्लास क्यों नहीं गयी. इस पर शिक्षिका ने जवाब दिया कि यह समय छात्रओं का खेल-कूद का है. अभी तक रूटीन भी नहीं बनाया गया है.
बैठे शिक्षकों ने शिक्षिका विनीता मंडल का समर्थन किया. इसी क्रम में पीड़ित शिक्षक कैसर इसलाम ने भी कहा कि रूटीन बना ही नहीं है, तो कैसे पता चलेगा कि किस शिक्षक की कौन सी घंटी है. इसी बात को लेकर प्रधानाध्यापक गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने लगा. कपड़ा फाड़ दिया. पीड़ित शिक्षक ने लिखा है कि उनके सर्वाइकल स्पाईन का ऑपरेशन हुआ है. गरदन में स्टील प्लेट लगा है. घटना से इसमें खराबी आ जाने से तकलीफ बढ़ गयी. पीड़ित ने लिखा है कि मैट्रिक की प्रयोगिक परीक्षा के दौरान उगाही का उन्होंने विरोध किया था. इसी के कारण प्रधानाध्यापक ने इस प्रकार की घटना को अंजाम दिया. पीड़ित ने मामले में कानूनी कार्रवाई की मांग की. आवेदन देने के दौरान नगर थाना में विद्यालय के शिक्षक, शिक्षक संघ के पद धारक भी मौजूद थे.