पटना: गांधी मैदान को दुर्दशा से बचाने के लिए गांधी मैदान बचाओ संघर्ष समिति ने शुक्रवार को डीएम आवास के नजदीक धरना दिया. समिति के संयोजक मृत्युंजय तिवारी ने दिन भर उपवास किया. इसमें भाजपा के तीन विधायकों अरुण सिन्हा, श्यामदेव पासवान व नितिन नवीन भी शामिल हुए.
धरना में शामिल लोगों ने एक स्वर में गांधी मैदान को अतिक्रमणमुक्त कराने की मांग की. विधायक नितिन नवीन ने कहा कि गांधी मैदान के एक बड़े भू-भाग को बेच देने का आरोप सत्य दिखता है. शासन-प्रशासन की मिलीभगत से ही निजी कंपनी को गांधी मैदान में पक्का निर्माण के लिए जगह दी गयी है. उन्होंने पूछा कि सरकार बताये कि कन्वेंशन सेंटर के निर्माण में लगी इस कंपनी को अब तक कितने करोड़ का भुगतान हुआ है.
विधायक अरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि गांधी मैदान को बचाने के लिए चलाये जा रहे अभियान में हमारा पूरा समर्थन है. मैदान की गरिमा को बचाने के लिए हर स्तर पर आंदोलन को समर्थन दिया जायेगा. अभियान समिति के संयोजक मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि गांधी मैदान को बचाने के लिए जनता ने जो आंदोलन शुरू किया है, इससे शासन व प्रशासन को जनता की ताकत का एहसास हो जायेगा. यह आंदोलन तब तक चलता रहेगा, जब तक मांग पूरी नहीं हो जाती है.
मौके पर विधायक श्यामदेव पासवान, पूर्व मेयर संजय कुमार, पूर्व उपमहापौर विनय कुमार पप्पू, पार्षद श्याम बाबू यादव, सुषमा साहु, अर्चना राय, मुन्नी देवी, सुनयना देवी, बीके सुधांशु, सुधीर सिंह मंटु, अजीत लाली, श्रवण गुप्ता, जितेंद्र कुमार, सुभाष खतरी, अभियान समिति के विद्याभूषण सिंह, अनिता सिंह, मनीष कुमार, अमरेंद्र पांडेय, अमित कुमार, पंकज कुमार, सुंदरकांत चौधरी आदि ने भी विचार रखे. मंच संचालन प्रमोद सिंह व सीताराम पांडेय ने किया. धन्यवाद ज्ञापन अजरुन गुप्ता ने किया.