पटना : गणतंत्र दिवस पर राज्य में पटना समेत अन्य जिलों में आतंकी हमले हो सकते हैं. गांधी मैदान, पटना जंकशन, हवाई अड्डा व सचिवालय पर हमले हो सकते हैं. आइएम के कैडर राज्य में घुसपैठ कर चुके हैं. नेपाल से सटे सीमावर्ती जिलों में विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है. खास कर एसएसबी को विशेष रूप से चौकस रहने की जरूरत है. गृह मंत्रालय व इंटेलिजेंस ब्यूरो ने राज्य सरकार को इन खतरों से आगाह कराया है. सूचना के बाद पूरे राज्य में हाइअलर्ट जारी कर दिया गया है.
मुख्य सचिव अशोक कुमार सिन्हा ने भी पुलिस मुख्यालय को गांधी मैदान समेत अन्य संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम करने को कहा है. गांधी मैदान को 24 जनवरी को ही सील कर दिया जायेगा. वहां सुरक्षा प्रबंध कड़े कर दिये जायेंगे.
रहेगी चौकसी : पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों के अनुसार सभी जिलों के एसपी को सुरक्षा के व्यापक इंतजाम करने को कहा गया है. नेपाल से सटे सीमावर्ती जिलों खास कर पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, मधुबनी, शिवहर, सीतामढ़ी, किशनगंज, पूर्णिया में सुरक्षा के खास प्रबंध रहेंगे.
20 जनवरी से ही एसएसबी और बिहार पुलिस के जवान साझा रूप से सर्च अभियान चलायेंगे. इधर, गया के महाबोधि मंदिर समेत अन्य संवेदनशील इलाकों पर सुरक्षा गश्ती बढ़ाने के लिए कहा गया है. पटना के गांधी मैदान, रेलवे जंकशन, एयरपोर्ट, सचिवालय परिसर, सब्जी बाग, पटना सिटी आदि जगहों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात करने का निर्देश एसएसपी को दिया गया है.
सभी एसपी से कहा गया है कि अगर अतिरिक्त सुरक्षा बल की जरूरत हो, तो इसकी रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को दें. मांगे जाने पर अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजा जायेगा.
सुरक्षा का इंतजाम : 27 अक्तूबर को भाजपा की हुंकार रैली में हुए सीरियल बम ब्लास्ट के बाद मुख्य सचिव के स्तर पर गांधी मैदान की सुरक्षा को लेकर उच्च स्तरीय बैठक हुई थी.
उसमें निर्णय हुआ था कि महत्वपूर्ण समारोह के दो दिन पूर्व गांधी मैदान को पुलिस अपने कब्जे में ले लेगी. इसके बाद सभी प्रवेश द्वारों को बंद कर दिया जायेगा. उच्च क्षमता वाले दो दर्जन सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे. इस दौरान मैदान में प्रवेश के लिए समय का निर्धारण किया जायेगा.
निजी सुरक्षा एजेंसी की भी सेवा ली जा सकती है. मैदान परिसर में डीप मेटल डिटेक्टर से जांच की जायेगी. 26 जनवरी को सभी प्रवेश द्वार पर डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर लगाये जायेंगे.