पटना: गांधी मैदान थाना क्षेत्र के सालिमपुर अहरा गली नंबर दो में आइआइटी कानपुर से पासआउट आयुष कीर्ति ने पंखे से लटक कर जान दे दी. परिजनों ने मामले को छुपाने के लिए शव के दाह संस्कार की प्रक्रिया शुरू कर दी थी. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. अहरा गली नंबर दो निवासी लक्ष्मण चौधरी का्र पुत्र आयुष कीर्ति आइआइटी कानपुर से 2012 में सिविल ट्रेड से पास आउट हुआ था, लेकिन नौकरी नहीं मिलने के कारण वह मानसिक अवसाद से ग्रस्त रहने लगा. बेटे की बीमारी से परेशान लक्ष्मण ने उसे स्थानीय डॉक्टर अमरदीप को दिखाया. इस दौरान आयुष ने एसएससी, बैंक और आइबी की परीक्षा भी दी, लेकिन सफलता नहीं मिली. जिससे निराश होकर बुधवार की दोपहर 3 बजे घर के पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली.
पूजा की, माता-पिता से आशीर्वाद लिया. बुधवार की सुबह आयुष कीर्ति मां के साथ पास स्थित मंदिर में पूजा करने चला गया. घर आने पर माता-पिता का आशीर्वाद लिया. दोपहर के बाद खाना खाकर कंप्यूटर पर काम करने लगा. दोपहर तीन बजे जब उसकी मां चाय लेकर कमरे में गयी, तो बेटे को साड़ी के सहारे पंखे से लटका हुआ पाया.
नहीं खायी थी दवा
आयुष कीर्ति ने बुधवार की दोपहर मानसिक अवसाद की दवा नहीं खायी थी. पिता लक्ष्मण चौधरी ने उसे दवा खाने के लिए कई बार दबाव डाला, लेकिन दवा खाने से इनकार कर दिया. पिता लक्ष्मण चौधरी प्राइवेट कंपनी में कार्यरत थे. जबकि उनकी पत्नी सरकारी स्कूल में टीचर हैं. उसकी दो बहनों की शादी हो चुकी है.