पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने नीतीश सरकार पर नासमझी में आतंकियों की मदद करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि सिमी को लेकर सरकार की क्या राय है, इससे बिहार सरकार ने गृहमंत्रालय को अब तक अवगत नहीं कराया है. सुशील ने दावा किया कि महीनों पहले भारत सरकार के गृहमंत्रालय ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिमी, जिस पर प्रतिबंध की मियाद पूरी होने वाली है उसको आगे बढ़ाया जाए या नहीं, इसके लिए देश के तमाम राज्यों से मंतव्य मांगा था, पर बिहार सरकार ने इसबारे में राय से केंद्र को अभीतक अवगत नहीं कराया है.
उन्होंने बिहार सरकार से यह जानना चाहा है कि आखिर वह सिमी के मामले में चुप्पी क्यों साधे हुई है. सुशील ने जनता दल यू पर आतंकवाद जैसे मुद्दे को भी धार्मिक चश्मे से देखने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसी कारण बिहार सरकार सिमी पर अपना मंतव्य देने से बच रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा को गांधी मैदान की हुंकार रैली में हुए आतंकी बम धमाकों को लेकर जो पहले दिन से आशंका थी कि आतंकियों की साजिश नरेन्द्र मोदी की हत्या करने की थी जो कि रायपुर से गिरफ्तार सिमी के आतंकी से पूछताछ में सही साबित हुई है.
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील ने कहा कि हुंकार रैली और बोधगया में हुए धमाकों का मास्टरमाइंड उमेर सिद्दिकी जिसकी गिरफ्तारी रायपुर से हुई है उसने पूछताछ में इस बात का खुलासा किया है कि उन लोगों का मकसद नरेन्द्र मोदी को मारना था. सिद्दिकी ने पूछताछ के दौरान बताया था कि इसके पहले कानपुर, अम्बिकापुर और दिल्ली में आयोजित नरेन्द्र मोदी की रैलियों की भी उसने रेकी की थी, मगर वहां सुरक्षा की सख्त व्यवस्था, पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती, डोरफ्रेम मेटल डिटेक्टर, सीसीटीवी कैमरे के जरिए निगरानी और रैली में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की तलाशी की वजह से उसका मंसूबा विफल हो गया.
सुशील ने कहा कि अगर पटना में भी उन जगहों और विगत वर्ष हुई जदयू की रैली की तरह सुरक्षा के तमाम उपाय किए गए होते तो आतंकियों को मौका नहीं मिलता. मगर राज्य सरकार ने जानबूझ कर यहां लचर सुरक्षा इंतजाम कर आतंकियों को अवसर उपलब्ध कराया. उन्होंने कहा कि मंच के नजदीक बम स्थापित करना उसकी योजना का हिस्सा था, जिसमें पटना में उसे सफलता मिली. मंच के निकट बम विस्फोट कर तबाही मचाने के साथ ही आत्मघाती हमले कर नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाना था.
सुशील ने कहा कि आतंकियों की यह योजना इसलिए विफल रही कि मंच के निकट रखा गया बम विस्फोट नहीं कर सका, जिसे रैली के बाद पुलिस ने निष्क्रिय कर दिया. उन्होंने कहा कि सिमी आतंकी उमेर सिद्दिकी ने यह भी खुलासा किया है कि मानव बम के जरिए आत्मघाती हमले की भी उसकी योजना थी. इससे साफ है कि आतंकियों की हिट लिस्ट में नरेन्द्र मोदी सबसे ऊपर हैं और उनकी सुरक्षा में बिहार सरकार ने आपराधिक लापरवाही बरती.