पटना: वैसे तो यह दरबार आम लोगों के लिए था और मुख्यमंत्री के साथ सरकार के मंत्री फरियादियों की शिकायतों का निबटारा के लिए बैठे थे. लेकिन, जब भाजपा के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को लेकर सवाल पूछे गये, तो नीतीश सरकार के मंत्रियों ने खुल कर अपनी भड़ास निकाली. किसी ने दिमाग खराब और सनकी तक करार दिया तो कोई आत्मवंचना कह कर निकल गये. ग्रामीण कार्य मंत्री डॉ भीम सिंह ने कुछ बोलने से परहेज किया.
सबसे अधिक मारक टिप्पणी कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह की रही. नरेंद्र सिंह ने नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वे सनक गये हैं. दिमाग खराब हो गया है. कुछ का कुछ बोल रहे हैं. उसको इलाज की जरूरत है. कांके भेजने की जरूरत है. परिवहन सह सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री वृशिण पटेल ने कहा कि सेना का भगवाकरण किया जा रहा है. यह खतरनाक प्रवृत्ति है. ऐसा व्यवहार कर रहे हैं मानों प्रधानमंत्री बन चुके हैं.
पीएम बनने का सपना देख रहे हैं. एक हिडेन एजेंडा के तहत काम कर रहे हैं. जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि पीएम उम्मीदवार बनने पर देश के सभी राज्यों में किसी नेता का जाना स्वाभाविक है. बिहार आने पर भी उसका स्वागत है. जदयू को शुरू से ही अंदेशा था कि भाजपा ऐसा ही करेगी. पार्टी ने जो सोच रखा था, भाजपा ने वही किया. इसलिए हमने अलग होने का निर्णय लिया. सत्ता में रहने के दौरान भाजपा अंदर-अंदर ही इसकी तैयारी कर रही थी. भाजपा नेता आत्मवंचना के शिकार हैं.
जब नाश मनुष्य पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है
पटना: भाजपा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि ‘जब नाश मनुष्य पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है.’ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मंगल पांडे ने सोमवार को कहा कि मुख्यमंत्री ने गंठबंधन तोड़ कर बिहार की 10 करोड़ जनता के साथ विश्वासघात किया है. लालकृष्ण आडवाणी भाजपा के सर्वोच्च नेता है, पार्टी के हर स्तर के नेता व कार्यकर्ता उनका सम्मान करते हैं. मुख्यमंत्री यह बतायें कि जॉर्ज फर्नाडीस के साथ कैसा सलूक कर रहे हैं. सूबे की जनता को बतायें कि विशेष राज्य के दज्रे से बिहार को क्या लाभ मिलेगा. उनको बिंदुवार बताना चाहिए कि क्या आर्थिक लाभ होगा. उन्होंने कहा कि राज्य के 17 में से नौ मंत्री राजद से आये हैं. दोनों भाई (बड़े व छोटे) गंठबंधन के लिए कांग्रेस के दरवाजे पर खड़े हैं.
मैंने मोदी को नहीं कहा अपशब्द : भीम सिंह
पटना: ग्रामीण कार्य मंत्री डॉ भीम सिंह ने कहा कि मधुबनी में दिये गये उनके भाषण को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है. वाक्य-विन्यास की गड़बड़ी के कारण आरोप लगाया जा रहा है कि मैंने नरेंद्र मोदी को बलात्कारी कहा था. सात मिनट के भाषण का सीडी दिखाते हुए मंत्री ने कहा कि मुङो धमकी दी जा रही है कि प्रवेश नहीं करने देंगे. उन्होंने कहा कि मैंने कहा था कि भाजपा एक ऐसे व्यक्ति को आगे ला रही है, जिस पर लूट, हत्या, बलात्कार व दंगा ही नहीं, नरसंहार के आरोप हैं. सरकारी संरक्षण का भी आरोप है. यह सभी जानते हैं कि दंगा होने पर इस तरह की घटनाएं होने की बात सामने आया करती है. प्रदेश भाजपा नेता बिना बयान को देखे ही मुङो नीचा दिखाने और मेरे सार्वजनिक जीवन को धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं. कुछ लोग हैं, जो मुङो विवादास्पद बनाने की कोशिश कर रहे हैं. जहां तक नरेंद्र मोदी का सवाल है, तो उनका विरोध हम और हमारी पार्टी शुरू से ही करती आ रही है.
मोदी नहीं, सैनिकों का समर्थन : गौतम
उधर, सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री गौतम सिंह ने कहा है कि उन्होंने सैनिकों का समर्थन किया है न कि नरेंद्र मोदी का. मीडिया में मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है. रेवाड़ी में मोदी ने सही कहा कि देश का नेतृत्व कमजोर है. अगर नेतृत्व कमजोर नहीं होता तो फिर हमारे सैनिकों का सिर कैसे काटा जाता. राजनीति में आने से पहले सेना में काम कर चुके मंत्री ने कहा कि अगर कांग्रेस, नरेंद्र मोदी की भाजपा या राजद अच्छी रहती तो उनके दल में नहीं चला जाता. जदयू में दो दशक होने को है और मेरी पूरी निष्ठा पार्टी के साथ है.