पटना: मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभाओं में विरोधी दलों के मुख्यमंत्रियों की हूटिंग की आलोचना करते हुए कहा कि हो सकता है यह प्रधानमंत्री के इशारे पर हो रहा हो. उन्होंने कहा कि यह गलत परंपरा की शुरुआत है.
उन्होंने इसे अलोकतांत्रिक बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री किसी पार्टी का नहीं होता है. प्रोटोकाल के अनुसार प्रधानमंत्री को रिसीव करने मुख्यमंत्री जाते हैं और प्रधानमंत्री की सभा में भाग लेते हैं.
अगर वहां असामाजिक तत्वों द्वारा मुख्यमंत्री की हूटिंग होती है और प्रधानमंत्री इसे रोकने के लिए कोई बात नहीं कहते, तो हो सकता है कि प्रधानमंत्री के इशारे पर ऐसा हो रहा हो. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कुलपतियों की नियुक्ति में गड़बड़ी हुई है, तो यह जांच का विषय है. गड़बड़ी पायी गयी, तो कार्रवाई होगी.