बुधवार से जारी बारिश के कारण गुरुवार को पूरा पटना शहर झील में तब्दील हो गया. राजेंद्रनगर, कदमकुआं समेत कई इलाकों में कमर तक पानी भर गया. इसके कारण अधिकतर स्कूल नहीं खुले, जबकि कई कर्मी दफ्तर नहीं जा सके. पटना जंकशन पर ट्रैक पर पानी भरने के कारण 10 घंटे तक ट्रेनों का परिचालन ठप रहा, जबकि जहानाबाद से पटना तक ट्रैक डूबे रहने के कारण गया-पटना के बीच छह घंटे तक ट्रेनें नहीं चलीं. गुरुवार को पूरे राज्य में 60.9 एमएम औसत बारिश दर्ज की गयी.
पटना: दो दिनों की तेज बारिश के कारण गुरुवार को दिन भर ट्रेन सेवा ठप रही. पटना जंकशन पर पूरा ट्रैक जलमग्न हो गया, जिससे रूट रिले इंटर लॉकिंग सिस्टम (आरआरआइ) पूरी तरह से फेल हो गया. इसके चलते हावड़ा-दिल्ली रेल खंड पर सुबह 6:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक कुल 10 घंटे तक अप व डाउन लाइन की ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से बंद रहा. इस दौरान ट्रेनें जहां-तहां स्टेशनों पर खड़ी रहीं. ऐसे में ट्रेन में सवार यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. इससे नाराज यात्रियों ने पटना जंकशन पर हंगामा किया. बढ़ते हंगामे को देख कर मौके पर आरपीएफ के कमांडेंट घनश्याम मीणा और जीआरपी प्रभारी संजय पांडेय सहित पूरी टीम पहुंच गयी. इसके बावजूद हंगामा खत्म नहीं हुआ. सुबह सिस्टम फेल होते ही रेलवे में हड़कंप मच गया और मौके पर डीआरएम एनके गुप्ता सहित आला अधिकारियों का तांता लग गया. लेकिन, डीआरएम के आने के बाद भी सिस्टम दुरुस्त नहीं हो पाया. आखिरकार शाम 4:30 बजे के बाद मेमू के माध्यम से ट्रेनों को रवाना किया गया. इधर, गया-पटना रेलखंड में जहानाबाद से पटना तक ट्रैक पर पानी भर गया. इस कारण पटना-गया के बीच गुरुवार की सुबह आठ बजे से दोपहर बाद दो बजे तक परिचालन ठप रहा.
मुख्य टिकट निरीक्षक के दफ्तर में तोड़फोड़
पटना जंकशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर महानंदा एक्सप्रेस और 10 नंबर पर धनबाद-पटना एक्सप्रेस को पांच घंटे रोक दिया गया. जब ट्रेन नहीं चली, तो यात्रियों का गुस्सा फूट गया और वह स्टेशन मैनेजर और मुख्य टिकट निरीक्षक के ऑफिस में घुस कर हंगामा करना शुरू कर दिया. आक्रोशित यात्रियों ने टिकट निरीक्षक के इंट्री गेट पर लगा दरवाजा, कुरसी और टेबल को भी तोड़ दिया. तोड़फोड़ को देख कर मुख्य टिकट निरीक्षक नरेश कुमार सहित कई टीटीइ वहां से निकल गये.
हंगामे के दौरान आरपीएफ कमांडेंट से भिड़ गये यात्री
पटना जंकशन पर बारिश से जहां आरआरआइ सिस्टम फेल हो गया. वहीं, दर्जनों ट्रेनें पटना-गया व मुगलसराय मार्ग के हर छोटे बड़े स्टेशनों पर खड़ी रहीं. वहीं जंकशन पर पांच घंटे से खड़ी महानंदा एक्सप्रेस की लेटलतीफी से गुस्साये यात्रियों ने जंकशन पर हंगामा किया. इससे स्टेशन सहित पूरे पूर्व मध्य रेलवे जोन में अफरा तफरी मच गयी. इतना ही नहीं, हंगामा शांत कराने आये आरपीएफ कमांडेंट घनश्याम मीणा से भी यात्री भीड़ गये. हालांकि, बाद में जवानों ने बीच बचाव कर मामले को निबटाया. इस दौरान यात्रियों ने आरोप लगाया कि जंकशन पर लगे आरआरआइ सिस्टम पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. यह एक बार की नहीं बल्कि हर बार की समस्या होती है.
सात ट्रेन हुई शार्ट टर्मिनेट
दो दिनों तक इसी तरह बारिश होती रही, तो सुखाड़ की स्थिति खत्म हो सकती है. कोसी का जल स्तर बढ़ रहा है. हालांकि, फिलहाल खतरे की कोई बात नहीं है. कैंप, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के जवान और नावें तैयार हैं.
व्यास जी, प्रधान सचिव, आपदा प्रबंधन