– डीएम के सवाल पर शिक्षिका का जवाब
– शिक्षक ही जानकार नहीं, तो बच्चे कितने पढ़े-लिखे निकलेंगे : डीएम
– सुदूरवर्ती स्कूल से अपना तबादला कराने आयी शिक्षिका की नौकरी पर ही बन आयी
– सवालों के गलत जवाब पर डीएम ने दिया शिक्षिका के प्रमाणपत्रों की जांच का आदेश
गया : जिला पदाधिकारी के जनता दरबार में सुदूरवर्ती स्कूल से अपना तबादला कराने का आवेदन देने आयी शिक्षिका की नौकरी पर ही बन आयी है. डीएम संजय कुमार अग्रवाल ने शिक्षिका से जब राष्ट्रपति व बिहार के राज्यपाल का नाम लिखने को कहा, तो शिक्षिका ने जवाब में राष्ट्रपति का नाम प्रतिभा पाटिल व राज्यपाल का नाम स्मृति ईरानी लिखा.
इस पर डीएम भड़क उठे और शिक्षिका के प्रमाणपत्रों की जांच कर सात दिनों के अंदर रिपोर्ट देने का आदेश जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (माध्यमिक शिक्षा) को दिया, ताकि शिक्षिका को चयनमुक्त करने की कार्रवाई की जा सके. डीएम ने कहा कि जब ऐसी अनभिज्ञ शिक्षिका स्कूल में रहेंगी, तो बच्चे कितने लिखे-पढ़े निकलेंगे. ऐसी शिक्षिका न केवल अपना, बल्कि समाज के एक पूरे जेनरेशन को बरबाद कर देगी. गौरतलब है कि गुरुवार को समाहरणालय में जिला पदाधिकारी के जनता दरबार में बांकेबाजार प्रखंड की लुटुआ पंचायत के प्राथमिक विद्यालय, डुमरी की शिक्षिका कुमारी अनिता ने आकर बताया कि जहां वह पढ़ाती हैं, वह स्कूल तीन तरफ से पहाड़ियों से घिरा है.
वहां उनके अलावा एक भी शिक्षक नहीं हैं. उनके घर से यह स्कूल काफी दूर है. कभी भी स्कूल आने-जाने के दौरान अनहोनी हो सकती है. इसलिए उनके घर के आस-पास के किसी विद्यालय में उनका स्थानांतरण कर दिया जाये.