पटना: पटना व बोधगया सीरियल ब्लास्ट मामले की जांच कर रही एनआइए की टीम को आतंकियों के पटना में किसी सहयोगी के होने की जानकारी नहीं मिली है. पिछले साल दोनों ही स्थानों पर हुए आतंकी हमलों में एनआइए की टीम आतंक के स्थानीय कनेक्शन की तलाश कर रही है.
पटना व बोधगया ब्लास्ट मामले में अब तक गिरफ्तार किये गये कुल 14 आतंकियों के मोबाइल फोन और अन्य संपर्क सूत्रों की जांच का काम लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन सीरियल ब्लास्ट में शामिल किसी भी आतंकी का पटना या गया से कोई कनेक्शन सामने नहीं आया है.
रांची में बनी थी हमले की पृष्ठभूमि : एनआइए के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जांच एजेंसी ने दोनों ही स्थानों पर आतंक के लोकल कनेक्शन की भी तलाश की थी.आतंकियों के मोबाइल फोन पर हमले के पहले और बाद हुई बातचीत की सभी पहलुओं की जांच की है,लेकिन जांच में शामिल किसी भी आतंकी के मोबाइल फोन से पटना व गया के किसी भी व्यक्ति से बातचीत का कोई प्रमाण नहीं मिला है. हालांकि गिरफ्तार आतंकियों ने भी पूछताछ में पटना और गया के किसी लोकल सहयोगी का नाम नहीं लिया है.
सूत्रों की मानें तो पटना व बोधगया हमलों की पूरी पृष्ठभूमि रांची में तैयार की गयी थी. पटना में हमले के दिन ही प्लेटफार्म नंबर 10 से गिरफ्तार किये गये आतंकी इम्तियाज की जेब से बरामद एक परची में मोतिहारी के एक युवक का टेलीफोन नंबर मिला था. उस परची में कुल दस टेलीफोन नंबर बरामद हुए थे, लेकिन इम्तियाज का वह साथी अभी भी एनआइए के हाथ नहीं लग सका है, जब एनआइए की टीम ने रांची में इसकी जांच की तो इफ्तेखार व फिरोज समेत कुल छह लोगों से हमले में शामिल आतंकियों की लगातार बातचीत होने का प्रमाण मिला था. इफ्तेखार व फिरोज की गिरफ्तारी के बाद एनआइए की टीम रांची में चार अन्य संदिग्धों से पूछताछ कर रही है.
इम्तियाज का आवेदन खारिज
पटना. पटना सीरियल बम ब्लास्ट मामले में जेल में बंद आतंकी इम्तियाज आलम के आरोप विमुक्ति आवेदन को एनआइए के विशेष जज अनिल कुमार सिंह की अदालत ने खारिज कर दिया है. अदालत ने इम्तियाज पर आरोप गठन करने के लिए 16 जून की तारीख तय की है. विदित हो कि पटना सीरियल बम ब्लास्ट मामले में इम्त्यिाज को गिरफ्तार किया गया था. उसी के निशानदेही पर अन्य अभियुक्तों की भी गिरफ्तारी हुई. एनआइए ने इम्तियाज के खिलाफ विशेष अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया है.