दुस्साहस. बाइक सवार अपराधियों ने खदेड़ कर दिया घटना को अंजाम
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पूर्व मुखिया की गोली मार कर हत्या
दुस्साहस. बाइक सवार अपराधियों ने खदेड़ कर दिया घटना को अंजाम घटनास्थल पर गोली लगने के एक घंटा तक छटपटाते रहे वीरेंद्र कुमार बाढ़ : बाइक सवार अपराधियों ने बाढ़ थाने के दाहौर और सलालपुर के बीच शनिवार को नलकूप का निर्माण करा रहे पूर्व मुखिया वीरेंद्र कुमार उर्फ नेताजी (55 वर्ष) को खदेड़ कर […]
घटनास्थल पर गोली लगने के एक घंटा तक छटपटाते रहे वीरेंद्र कुमार
बाढ़ : बाइक सवार अपराधियों ने बाढ़ थाने के दाहौर और सलालपुर के बीच शनिवार को नलकूप का निर्माण करा रहे पूर्व मुखिया वीरेंद्र कुमार उर्फ नेताजी (55 वर्ष) को खदेड़ कर दिनदहाड़े गोली मार कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया. गोलीबारी जख्मी मुखिया घंटा भर घटनास्थल छटपटाते रहे. बाद में ग्रामीणों ने जख्मी को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया जहां से उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. बाद में पटना के एक निजी नर्सिंग होम में इलाज के दौरान पूर्व मुखिया ने दम तोड़ दिया.
मिली जानकारी के अनुसार अथमलगोला प्रखंड की बहादुरपुर पंचायत के पूर्व मुखिया तथा दक्षिणीचक गांव निवासी वीरेंद्र कुमार अनुमंडल के विभिन्न क्षेत्रों में सरकारी नलकूप निर्माण कार्य के ठेके से जुड़े हुए थे. इसी सिलसिले में दाहौर गांव के सामने टाल में स्थित सलालपुर खंदा में नये नलकूप का निर्माण करा रहे थे. इसी को लेकर वह अपने गांव से साइट पर पहुंचे ही थे कि करीब दस बजे एक बाइक पर सवार तीन नकाबपोश अपराधी अचानक आ धमके और पूर्व मुखिया से बकझक करने लगे. इसी दौरान अपराधियों ने पूर्व मुखिया के सिर में सटा कर गोली मार दी. गोली वीरेंद्र कुमार के कान के पास से छेदती हुई निकल गयी.
इसके बाद वह जमीन पर गिर गये. इसके बाद में तीनों अपराधियों ने दो गोलियां उनके पेट और सीने में मार दी. इसके बाद हवा में फायरिंग करते हुए हथियार लहराते बाइक पर सवार होकर भाग निकले. इस वारदात के दौरान साइट पर काम कर रहे मजदूर दहशत के कारण आसपास में छिप गये. जख्मी हालत में एक घंटा तक पूर्व मुखिया जमीन पर तड़पते रहे, लेकिन अपराधियों की दहशत का आलम यह था कि आसपास के लोग उन्हें इलाज के लिए ले जाने को भी तैयार नहीं थे. बाद में ग्रामीणों द्वारा किसी तरह उन्हें अनुमंडल अस्पताल लाया गया. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गयी.
पुलिस के आने के पहले ही पूर्व मुखिया को पटना रेफर कर दिया गया, जिसके कारण उसका फर्द बयान पुलिस नहीं दर्ज कर सकी. बाद में पटना के एक निजी नर्सिंग होम में उसकी मौत हो गयी. बाढ़ थानाध्यक्ष मनोज सिन्हा ने बताया कि इस संबंध में केस दर्ज किया जा रहा है. अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस टीम बनायी गयी है. वहीं, दूसरी तरफ इस हत्याकांड के पीछे रंगदारी की आशंका जतायी जा रही है. पूर्व मुखिया द्वारा करोड़ों रुपये के नलकूप के ठेके का अनुमंडल के विभिन्न क्षेत्रों में काम कराया जा रहा था. इब्राहिमपुर पंचायत में कराये जा रहे इस काम को लेकर पूर्व मुखिया की कुछ आपराधिक तत्वों के साथ अनबन भी चल रही थी.
लाइनर के शक में मृतक के निकटतम व्यक्ति की पिटाई
गोली लगने के बाद पूर्व मुखिया के ही निकटतम व्यक्ति की शनिवार की दोपहर को उनके समर्थकों ने जम कर पिटाई की. उस पर मुखबिरी करने का शक जताया जा रहा था. हालांकि, पुलिस इस मामले में रंगदारी की बात से इन्कार करते हुए इसे आपसी रंजिश बता रही है. घटना को लेकर दहशत कायम है. इब्राहिमपुर पंचायत में विगत तीन माह के भीतर कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज किये गये, जिनमें पुलिस की कार्रवाई संतोषजनक नहीं रही है. बहरहाल इस हत्याकांड को लेकर दो पक्षों के बीच तनाव गहरा गया है. वहीं, सूत्रों का कहना है कि मरने के पहले पूर्व मुखिया वीरेंद्र कुमार ने हमलावरों के नामों का खुलासा भी किया है. इसके पीछे साजिश रच कर घटना को अंजाम देने की भी बात सामने आ रही है. उसके सहयोगी पर ही लाइनर होने का भी संदेह व्यक्त किया जा रहा है. पूर्व में भी वीरेंद्र कुमार को अपराधियों ने गोली मार कर जख्मी कर दिया था.
बहरहाल पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी में जुट गयी है. घटना को लेकर जांच के लिए ग्रामीण एसपी, डीएसपी, बाढ़ व एनटीपीसी सहित कई थानों की पुलिस मिल कर काम कर रही है.
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