पटना: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी की बिहार में होनेवाली चुनाव सभाओं पर नक्सली व आतंकी हमले की आशंका है. इसके मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्रलय ने राज्य सरकार को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने का निर्देश दिया है. उसने कहा है कि जिस तरह के सुरक्षा इंतजाम प्रधानमंत्री की सभाओं के लिए होती है, उसी तरह के इंतजाम इन दोनों वीवीआइपी नेताओं के लिए होने चाहिए. सुरक्षा के दृष्टिकोण से हेलीपैड का निर्माण सभा स्थल पर न कर, जिला मुख्यालय में किया जाये.
गृह मंत्रलय ने अपने निर्देश में कहा है कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी और राहुल गांधी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप ( एसपीजी) की सुरक्षा के दायरे में आते हैं, जबकि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी, पूर्व उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह एनएसजी (राष्ट्रीय सुरक्षा ग्रुप) के दायरे में आते हैं. वहीं, राजद प्रमुख लालू प्रसाद, लोजपा प्रमुख राम विलास पासवान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी को जेड श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है. इन नेताओं के चुनावी दौरे को लेकर सभी राज्य सरकारों को सुरक्षा प्रबंधों को लेकर पूर्व में ही ब्लू बुक भेजी जा चुकी है. इसके प्रावधानों के अनुरूप सुरक्षा बंदोबस्त होना चाहिए.
जिलों में नोडल ऑफिसर
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी और राहुल गांधी वायु सेना के विशेष विमान से राज्य के दौरे पर जाते हैं और शेष अन्य नेता निजी विमान से दौरा करते हैं. हवाई अड्डे पर एसपीजी सुरक्षा प्राप्त वीवीआइपी के आने और जाने के समय कोई निजी व सरकारी विमानों की लैंडिंग न हो, यह सुनिश्चत करना होगा. इसके अलावा जिलों में जब चुनाव सभा तय हो, तो संबंधित जिलों के डीएम एक नोडल अफसर नियुक्त करेंगे जो केंद्रीय गृह मंत्रलय व एसपीजी के सीधा संपर्क में रहेगा.
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी व राहुल गांधी अप्रैल के तीसरे सप्ताह और मई के पहले सप्ताह में राज्य में लगभग आधे दर्जन चुनाव सभाओं को संबोधित करेंगे. उनके संभावित कार्यक्रम पुलिस मुख्यालय को भेज दिया गया है. उसमें स्पष्ट कहा गया है कि हेलीपैड जिला मुख्यालय में बनाया जाये और कड़ी सुरक्षा के बीच सभा स्थल तक उनके पहुंचाने व वापसी की व्यवस्था हो. एयरपोर्ट पर भी वीवीआइपी के लिए निर्धारित सुरक्षा मानदंडों का पालन करने की व्यवस्था होनी चाहिए. पूर्व में ही आइबी और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने राज्य सरकार को आगाह कर चुका है कि प्रधानमंत्री, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, नरेंद्र मोदी, लाल कृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह, रामविलास पासवान समेत एक दर्जन नेताओं की चुनाव सभाओं में बम विस्फोट कर दहशत फैला सकते हैं. इन सभाओं के पूर्व व बाद में नक्सली व आतंकी संगठन हमला भी कर सकते हैं.