पटना सिटी: आलमगंज थाना क्षेत्र में शुक्रवार की रात 40 वर्षीय किन्नर काजल की हत्या गायघाट स्थित दवा की दुकान में कर दी गयी. इतना ही नहीं हत्या के बाद दवा दुकानदार 42 वर्षीय सर्वेश रजत खुद थाना पहुंच गया और पुलिस को हत्या की जानकारी दी. इधर, शनिवार की दोपहर लगभग दो बजे किन्नरों का गुस्सा फूट पड़ा. हत्या से नाराज किन्नरों ने थाना परिसर व सड़क पर हंगामा किया. किन्नर हत्या के आरोपित सर्वेश को हाजत से निकाल सौंपने की मांग कर रहे थे. काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया.
बेहोशी की सूई दे रेता गला : गायघाट में दवा की दुकान चलानेवाले आरोपित सर्वेश रजत ने पुलिस गिरफ्त में बताया कि बीते पांच वर्षों से काजल से उसका गहरा लगाव था. दोनों एक कमरे में रहते थे. शुक्रवार की रात सर्वेश ने काजल को दुकान पर बुलाया. इसके बाद उसे बेहोशी की सूई दी. फिर सर्जिकल ब्लेड से गला रेत हत्या कर दी. इसके बाद उसने स्वयं आलमगंज थाना पहुंच अपना गुनाह कबूल कर लिया. आरोपित को लेकर पहुंची पुलिस ने किन्नर काजल की लाश का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज भेजा.
लाश आते ही फूटा गुस्सा, जाम की सड़क, कर रहे थे हत्यारे को सौंपने की मांग
शनिवार की दोपहर लगभग दो बजे पोस्टमार्टम के बाद लाश लेकर किन्नर आलमगंज थाना पहुंच गये. किन्नर हत्या के आरोपित को हवालात से निकाल सौंपने की मांग करने लगे, जब पुलिसवालों ने ऐसा करने से रोका, तो आक्रोशित किन्नर हाथ में पत्थर उठा पुलिसवालों को खदेड़ने लगे. इस दरम्यान पुलिस से झड़प भी हुई. इतना ही नहीं कपड़ा उतार हंगामा शुरू कर दिया. लगभग 200 से अधिक की संख्या में रहे किन्नरों ने थाना के सामने अशोक राजपथ पर लाश रख सड़क जाम कर दिया. स्थिति को नियंत्रित करने के एएसपी हरि मोहन शुक्ला व दूसरे थानों की पुलिस पहुंची और काफी मशक्कत के बाद स्थिति को नियंत्रित कर लगभग पांच बजे सड़क जाम हटवाया. दो घंटे तक अशोक राजपथ जाम रहने की स्थिति में ऑटो व अन्य वाहनों का परिचालन बाधित हो गया था. थानाध्यक्ष ओम प्रकाश ने बताया कि आरोपित के बयान पर जांच-पड़ताल चल रही है.
फफक कर रो उठी महिला
काजल की हत्या के खबर से आहत थाना पहुंची सासाराम निवासी मनोज कुमार की पत्नी पुष्पा रानी फफक कर रो उठी. महिला ने बताया कि काजल ने तीन साल पहले बेटी दीया को गोद लिया था.
10 वर्ष पहले आयी मंडली में
हंगामा पर उतरे किन्नरों में रूबी, मोना व सुजाता ने बताया कि काजल मूल रूप से आरा की रहनेवाली थी. लगभग दस साल पहले वह पटना सिटी की मंडली में शामिल हुई थी. इन लोगों ने बताया कि सर्वेश काजीबाग निवासी विजय कुमार का पुत्र है. पैसे के लालच में सर्वेश ने काजल को फंसा रखा था. सर्वेश ने अपने नाम पर काजल से जमीन लिखवा ली थी. काजल जो भी कमाती थी, उस पर वह ऐश करता था. काजल की कमाई के गहने व रुपये भी हड़प लिये थे.