नयी दिल्ली : रियो ओलंपिक के वाल्ट फाइनल में चौथे स्थान पर रहकर इतिहास रचने वाली महिला जिम्नास्ट दीपा करमाकर और दिग्गज निशानेबाज जीतू राय के नाम की सिफारिश खेल मंत्रालय द्वारा नियुक्त चयन पैनल ने प्रतिष्ठित राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिए की.
Advertisement
खेल रत्न के लिए दीपा और जीतू के नाम की सिफारिश
नयी दिल्ली : रियो ओलंपिक के वाल्ट फाइनल में चौथे स्थान पर रहकर इतिहास रचने वाली महिला जिम्नास्ट दीपा करमाकर और दिग्गज निशानेबाज जीतू राय के नाम की सिफारिश खेल मंत्रालय द्वारा नियुक्त चयन पैनल ने प्रतिष्ठित राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिए की. दीपा के नाम को 12 सदस्यीय समिति की बैठक के […]
दीपा के नाम को 12 सदस्यीय समिति की बैठक के बाद स्वीकृति मिली. रियो खेलों में शानदार प्रदर्शन के कारण उनके नाम को स्वीकृति मिली जबकि खेल मंत्रालय को सिफारिशें भेजने की समय सीमा पहले ही समाप्त हो चुकी है. त्रिपुरा में जन्मीं 23 साल की जिम्नास्ट दीपा रातों रात स्टार बन गई जब 14 अगस्त को महिला वाल्ट फाइनल में वह सिर्फ 0.150 अंक से कांस्य पदक से चूकते हुए चौथे स्थान पर रहीं.
दीपा ने ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेल 2014 में कांस्य पदक जीता था. दूसरी तरफ जीतू पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल में दुनिया के तीसरे नंबर के निशानेबाज हैं. वह रियो में अभिनव बिंद्रा के अलावा अपनी स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाने वाले एकमात्र भारतीय निशानेबाज थे.
जीतू 10 मीटर एयर पिस्टल के फाइनल में जगह बनाने में सफल रहे थे लेकिन आठवें स्थान पर रहे थे. वह हालांकि रियो में अपनी पसंदीदा स्पर्धा 50 मीटर पिस्टल के फाइनल के लिये क्वालीफाई नहीं कर पाये थे. इस साल जीतू ने बाकू में आईएसएसएफ विश्व कप की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में रजत पदक जीता था जबकि बैंकाक में आईएसएसएफ विश्व कप की 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था. वह 2014 में स्पेन में 51वीं निशानेबाजी विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतकर रियो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाले पहले निशानेबाज थे.
सूत्रों के अनुसार रियो खेलों के बाकी बचे दिनों में जो भी खिलाड़ी पदक जीतता है उसके नाम की सिफारिश भी खेल रत्न पुरस्कार के लिए की जाएगी. सूत्रों के अनुसार भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली के नाम पर भी चर्चा की गई लेकिन ओलंपिक वर्ष होने के कारण जीतू और दीपा जैसे खिलाडियों को प्राथमिकता दी गई.
कोहली साथ ही इसलिए भी जगह नहीं बना पाए क्योंकि सरकार कुछ स्थान खाली रखना चाहती थी क्योंकि पीवी सिंधू जैसे खिलाडियों को पदक मिल सकता है जो रियो खेलों में महिला एकल बैडमिंटन के सेमीफाइनल में जगह बना चुकी हैं. पिछले चार साल में शानदार प्रदर्शन के लिए राजीव गांधी खेल रत्न दिया जाता है. इसके अंतर्गत साढे सात लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है.
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर यह पुरस्कार देते हैं. पिछली बार वर्ष 2015 में महिला टेनिस स्टार सानिया मिर्जा को यह पुरस्कार दिया गया था. अर्जुन पुरस्कार के लिए अजिंक्य रहाणे (क्रिकेट), शिव थापा (मुक्केबाज), गुरप्रीत सिंह और अपूर्वी चंदेला (निशानेबाजी), सौम्यजीत घोष (टेबल टेनिस), सुब्रत पाल (फुटबॉल), सौरव कोठारी (स्नूकर), विनेश फोगाट और अमित धनखड (कुश्ती) को नामांकित किया गया है.
दिल्ली उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति एसके अग्रवाल की अगुआई वाली 12 सदस्यीय चयन समिति ने खिलाडियों का चयन किया है. इसमें कुछ खिलाडियों के अलावा दो पत्रकार भी शामिल हैं. राज्य सरकारें, भारतीय ओलंपिक संघ, संबंधित राष्ट्रीय खेल महासंघ, पिछले खेल रत्न पुरस्कार हासिल कर चुके खिलाड़ी, भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक ही खेल रत्न के लिये खिलाडियों के नाम की सिफारिश कर सकते हैं.
खेल मंत्रालय के पास भी ऐसा करने का विशेषाधिकार है. इस बीच पता चला है कि दीपा के कोच बिशेश्वर नंदी के नाम की सिफारिश द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए की गई है और रियो में उनकी शिष्या के शानदार प्रदर्शन के कारण उन्हें यह पुरस्कार मिलने की पूरी संभावना है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement