पणजी : इंडियन सुपर लीग को एफसी गोवा पर भारी जुर्माना लगाये जाने की कडी आलोचना करते हुए क्लब के ब्राजीली कोच जिको ने आज कहा कि यह आदेश पूरी तरह से उस नकली वीडियो पर आधारित है और इससे वह असंतुष्ट हैं. जिको ने यहां जारी अपने बयान में कहा, ‘‘मेरे पास शब्द नहीं हैं. समिति द्वारा लिये गये इस फैसले से मैं बेहद नाखुश हूं.
आईएसएल किस तरह से 11 करोड़ रुपये का भारी जुर्माना लगा सकता है और मालिकों को 2-3 साल के लिये प्रतिबंधित कर सकता है. इसके साथ ही एफसी गोवा के 15 अंक भी कटेंगे. ” उन्होंने कहा, ‘‘हम दुर्घटना के समय वहां मौजूद थे- कोच मोराकी संताना और ब्रुनो सिल्वा ने इलानो को डगआउट में दत्ताराज सलगांवकर को गाली गलौच करते देखा. ” जिको ने कहा, ‘‘वह वीडियो पूरी तरह से बनावटी है.
कोई भी इस वीडियो में देख सकता है कि मालिक के खिलाफ गाली गलौच हो रही है और निश्चित रुप से हमारे सदस्यों की सारी प्रतिक्रिया बिना किसी मकसद के नहीं थी. ” उन्होंने उस वीडियो को जिक्र किया जिसमें दिख रहा था कि गोवा के अधिकारी इलानो से हाथापाई कर रहे थे. जिको ने इस पूरे प्रकरण के लिये मैच के दौरान किये गये एक विवादास्पद गोल को जिम्मेदार ठहराया.
इससे पहले एफसी गोवा के सह मालिकों श्रीनिवास डेम्पो और दत्ताराज सलगांवकर ने भी संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि इस फैसले से वे हैरान हैं. भारत के पूर्व कप्तान ब्रुनो कौन्तिन्हो ने कहा, ‘‘यह फैसला गलत और कड़ा है और बहुत परेशान करने वाला है. ”
कौन्तिन्हो ने सवाल किया, ‘‘मालिक ने गलती की तो क्या? लेकिन 11 करोड़ रुपये का जुर्माना अनुचित सजा है. दोनों मालिक अच्छे लोग हैं और उन्होंने फुटबाल के लिये बहुत कुछ किया है. किस आधार पर उन पर 11 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है और किस आधार पर उनके 15 अंक काटे जायेंगे? ” भारत के पूर्व गोलकीपर ब्रहमानंद संखवालकर ने कहा, ‘‘यह फैसला बहुत बुरा है और चार साल के बाद इसका आना पूरी तरह से अनुचित है. ”