नयी दिल्ली : घरों में काम करने को मजबूर हरियाणा की एक राज्य स्तर की स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज की दुखभरी कहानी से आहत खेल मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) और बॉक्सिंग इंडिया से इस विषय में ध्यान देने और खिलाड़ी की हर तरह की मदद देने को कहा है.
खेल मंत्री ने कहा, मैंने साई और बॉक्सिंग इंडिया से मामले पर ध्यान देने और मुक्केबाज को सभी जरुरी मदद देने को कहा है. सोनोवाल ने हरियाणा सरकार से भी राज्य स्तरीय स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज रिशू मित्तल को हर संभव मदद देने के लिए कहा है. खबरों के अनुसार रिशू खेल के प्रति अपने जूनून को बनाए रखने के लिए और अपनी पढाई में मदद के लिए घरों में काम करने को मजबूर है. दसवीं कक्षा की छात्रा अपनी और अपने भाई का खर्च उठाने के लिए कडी मेहनत करती है.
उसके कोच राजिंदर सिंह ने कहा कि रिशू एक होनहार प्रतिभा है लेकिन आगे बढ़ने और बडे मंच पर अपनी क्षमताएं साबित करने के लिए उसे मदद की जरुरत है. उन्होंने कहा, लड़की और उसका भाई एक गरीब परिवार से हैं. रिशू पैसों के लिए बर्तन धोती है, फर्श साफ करती है, खाना पकाती है और घरेलू सेविका के दूसरे काम करती है. इन सबके बीच वह मुक्केबाजी के अभ्यास के लिए समय निकालती है और स्कूल भी जाती है.
सिंह ने कहा कि अगर रिशू को सरकार और दूसरों से थोडी मदद मिले तो वह एमसी मेरीकॉम की तरह देश को गौरवांवित कर सकती है. कोच ने कहा कि रिशू ने पिछले साल एक राज्य स्तरीय चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था और पिछले साल दिसंबर में राष्ट्रीय चैंपियनशिप में हरियाणा का प्रतिनिधित्व भी किया था.