रियो डि जेनेरियो : ग्रुप चरण में शानदार फुटबॉल का नजारा पेश करनेवाली फ्रांसिसी टीम सोमवार को यहां नाईजीरिया के खिलाफ होने वाले वर्ल्ड कप के अंतिम 16 के मुकाबले में जीत दर्ज कर अगले दौर में प्रवेश करना चाहेगी. पिछले वर्ल्ड कपों में फ्रांस की टीम हमेशा ग्रुप चरण से क्वालिफाइ करने के बाद कम से कम सेमीफाइनल तक पहुंची है.
कोच डिडिएर डेशचैम्पस की टीम ने होंडुरास को 3-0 से हराने के बाद स्विट्जरलैंड पर 5-2 से जीत दर्ज की. लेकिन, कोच द्वारा बदली गयी टीम ग्रुप इ के अंतिम मुकाबले में इक्वाडोर के खिलाफ गोल रहित ड्रॉ ही खेल पायी. फ्रांस में 1998 के बाद नाईजीरिया का यह पहला वर्ल्ड कप नॉकआउट मैच होगा और इसमें जीत पश्चिम अफ्रीकी देश को उनके इतिहास में पहली बार क्वार्टरफाइनल में पहुंचा देगी. कई विशेषज्ञों ने कहा है कि फ्रांस की टीम चैंपियन बन सकती है, लेकिन सेंटर बैक लौरेंट कोसिएलनी ने सतर्क होने की ताकीद की.
आर्सेनल के इस डिफेंडर ने कहा : पहला उद्देश्य ग्रुप चरण को पार करना था. अब हमारा लक्ष्य जल्द से जल्द अगले दौर में पहुंचना है. कोसिएलनी सेंटर डिफेंस में राफेल वराने के साथ शामिल हो सकते हैं, लेकिन मामाडोउ साखो का जांघ की चोट से खेलना संदिग्ध है. लिवरपूल का यह सेंटर बैक एक्वाडोर के ओसवालडो मिंडा को कोहनी मारने के बाद फीफा की सजा से बचा था, उन्हें 61वें मिनट में बुधवार के मैच से बाहर होना पड़ा था और शनिवार को उन्होंने खुद ही ट्रेनिंग की.