कोलकाता: विवादों में घिरी राजस्थान रायल्स की इस सत्र में बेहतरीन तरीके से अगुवाई करने वाले भारत के अनुभवी बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने आईपीएल से संन्यास लेने का फैसला किया है और फ्रेंचाइजी के लिये उनका अंतिम टूर्नामेंट आगामी चैम्पियंस लीग ट्वेंटी-20 होगा.
इस 40 वर्षीय बल्लेबाज ने बीती रात मुंबई इंडियंस के हाथों दूसरे क्वालीफायर में मिली चार विकेट की हार के बाद कहा, ‘‘41 की उम्र में 12 महीने काफी लंबा समय है. सौभाग्य से हमने अक्तूबर में होने वाली चैम्पियंस लीग के लिये क्वालीफाई कर लिया है, जो कुछ महीने दूर है. मुझे लगता है कि यह अंतिम टूर्नामेंट होगा.’’ द्रविड़ ने टीम की ऐसे समय में नये जोश में अगुवाई की है जब टीम स्पाट फिक्सिंग के आरोपों से जूझ रही है जिसके कारण उसके तीन खिलाड़ी गिरफ्तार हो गये.
द्रविड़ ने कहा स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण ने भले ही आईपीएल की छवि को तार- तार कर दिया हो और राजस्थान रायल्स की छवि को काफी नुकसान पहुंचाया हो लेकिन टीम के कप्तान राहुल द्रविड़ ने कहा कि ट्वेंटी-20 लीग को प्रतिबंधित करके कुछ भी अच्छा नहीं हो सकता क्योंकि इसमें काफी अच्छी चीजें मौजूद हैं.
मुंबई इंडियंस के हाथों बीती रात दूसरे क्वालीफायर में चार विकेट की हार से आईपीएल के छठे सत्र से बाहर होने के बाद द्रविड़ ने कहा, आपको चुनौतियों का सामना करना होगा.
अगर आप टूर्नामेंट को ही बंद कर दोगे तो यह इसी तरह होगा जैसे बच्चे को नहाने के पानी के साथ फेंकना. उन्होंने कहा, हमें आईपीएल को रद्द करने जैसे बड़े बयान देने के बजाय इन मुद्दों को निपटाने की जरुरत है. क्योंकि टूर्नामेंट से काफी अच्छी सकारात्मक चीजें मिल रही हैं.
पूर्व भारतीय कप्तान ने 16 साल के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के बाद संन्यास लिया था. उन्होंने कहा कि बीते समय में भी फिक्सिंग हुआ करती थी.
द्रविड़ ने कहा, हम इस कारण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं रोक सकते. अगर यही मापदंड अपनाये जायेंगे तो हमें सभी तरह की क्रिकेट को बंद कर देना चाहिए.
यह कुछ चुनौतियों को सही करने का सवाल है. सट्टेबाजी का मुद्दा सिर्फ आईपीएल नहीं है. हमने बीते समय में भी देखा है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी यह मुद्दा मौजूद था.