कोलकाता : बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने एक बार फिर अपने इस्तीफे की मांग ठुकराते हुए सट्टेबाजी के आरोपों में गिरफ्तार अपने दामाद और चेन्नई सुपरकिंग्स के टीम प्रिंसिपल गुरुनाथन मयप्पन के खिलाफ लगे आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय आयोग के गठन की घोषणा की है.
श्रीनिवासन ने कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया और बीसीसीआई में उनके खिलाफ कोई बगावत नहीं है. उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्हें पद छोड़ने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता और न ही धमकाया जा सकता है. आईपीएल अध्यक्ष राजीव शुक्ला और बोर्ड उपाध्यक्ष अरुण जेटली सहित बोर्ड के अन्य अधिकारियों के साथ बैठक के बाद श्रीनिवासन ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘मुझे पूर्ण समर्थन हासिल है और बीसीसीआई के एक भी सदस्य ने मेरे इस्तीफे की मांग नहीं की है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पास काम है और मैं कड़ाई से कार्रवाई करुंगा. मैं आपको आश्वासन देता हूं कि बीसीसीआई बिना किसी डर या पक्षपात के जांच करेगा और अगर किसी खिलाड़ी, फ्रेंचाइजी या मालिक ने नियमों का उल्लंघन किया है तो कार्रवाई की जाएगी.’’ तीन सदस्यीय जांच आयोग में आईपीएल के संचालन से जुड़ी समिति के दो सदस्यों के अलावा एक स्वतंत्र व्यक्ति शामिल होगा जिसकी नियुक्ति में बोर्ड अध्यक्ष की कोई भूमिका नहीं होगी. आईपीएल समिति के पांच सदस्य जेटली, शुक्ला, संजय जगदाले, अजय शिर्के और रवि शास्त्री हैं.
गुरुनाथ के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी, इस मुद्दे पर सवालों की बौछार का जवाब देते हुए श्रीनिवासन ने कहा, ‘‘इनमें से दो (आईपीएल संचालन समिति के सदस्य) और एक स्वतंत्र आयुक्त मयप्पन के खिलाफ आरोपों की जांच करेगा और हम उनकी रिपोर्ट को मानेंगे. आयोग में स्वतंत्र व्यक्ति होगा और मुझे भी आपकी तरह ही रिपोर्ट का इंतजार रहेगा. मैं अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटूंगा.’’श्रीनिवासन ने कहा कि एक टीम के रुप में चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ कोई आरोप नहीं लगाए गए हैं. गुरुनाथ के संदर्भ में बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि टीम चलाने में उसकी कोई भूमिका नहीं थी. वह इसे लेकर उत्साही था और टीम के साथ यात्र किया करता था.
उन्होंने कहा, ‘‘उसकी भूमिका क्या थी, क्या उसने कोई नियम तोड़ा है. आयोग को इससे निपटना है. जांच आयोग इस मामले को देखेगा. मुझे इस बारे में कुछ नहीं कहना, मैं बैठकर यह नहीं देखने वाला कि उसकी भूमिका क्या थी और क्या नहीं.’’ श्रीनिवासन ने कहा, ‘‘इन सभी सवालों के जवाब ढूंढे जाएंगे. मैंने इससे दूरी बना ली है. मैं समिति या इसकी चर्चा का हिस्सा नहीं रहूंगा.’’ श्रीनिवासन ने प्रेस कांफ्रेंस की शुरुआत में कहा कि पिछले कुछ दिन बीसीसीआई और उनके लिये अध्यक्ष के रुप में मुश्किल भरे रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘आप इस बात की सराहना करोगे कि मेरे लिए पिता और ससुर के रुप में भी ये दिन मुश्किल रहे हैं. मैं हालांकि यहां बीसीसीआई अध्यक्ष के रुप में बैठा हूं और मैंने सभी व्यक्तिगत भावनाओं को एकतरफ रख दिया है. मैं अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटूंगा फिर चाहे वह कितनी भी मुश्किल हो.’’
सुपरकिंग्स को कैसे चलाया जाता है इन सवालों के जवाब में श्रीनिवासन ने कहा कि सीएसके के स्वामित्व वाली कंपनी इंडिया सीमेंट्स चेन्नई क्रिकेट लीग में 10 या 12 टीमों का संचालन करती है और 50 वर्ष से अधिक समय से अपने स्टाफ में इन टीमों के क्रिकेटरों को नौकरी देकर क्रिकेट का समर्थन कर रही है.उन्होंने बताया कि इंडिया सीमेंट्स के मुख्य वित्तीय अधिकारी सुपरकिंग्स के वित्तीय मामलों को देखते हैं और कंपनी के अन्य शीर्ष अधिकारी इसकी मार्केटिंग और अन्य संचालन कार्यों को देखते हैं. श्रीनिवासन ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘सबसे पहले और सबसे अहम यह है कि मैं आरोपी नहीं हूं. मैंने कुछ भी गलत नहीं किया. उसकी :गुरुनाथ: भूमिका क्या है. प्रबंधन में उसकी कोई भूमिका नहीं है. आयोग को इसकी जांच करने दीजिए. मैं संपूर्ण रिपोर्ट बोर्ड के सामने रखूंगा. मैं कोई भूमिका नहीं निभाउंगा. सब कुछ तत्परता से किया जाएगा.’’
बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि अगर कोई संचालन नियमों का उल्लंघन करता है तो इन नियमों के तहत फ्रेंचाइजी को निलंबित करने या उसका करार रद्द करने का प्रावधान भी है. फ्रेंचाइजी अनुबंध में करार रद्द करने संबंधित नियम 11.3 पर मीडिया में आई खबरों के संदर्भ में श्रीनिवासन ने कहा कि इन आरोपों की जांच आयोग को करनी है. प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों का पालन किया जाएगा और दूसरे व्यक्ति को उचित सुनवाई का अधिकार है. श्रीनिवासन ने मीडिया पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कुछ खबरों में बिलकुल भी सच्चाई नहीं है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि इस तरह की खबर थी कि बीसीसीआई में उनके खिलाफ बगावत होने वाली है.
श्रीनिवासन ने कहा, ‘‘यह पूरी तरह गलत है. बोर्ड में पूर्ण एकता है. किसी ने मुझे इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा. मुझे पूर्ण समर्थन हासिल है. मैं अध्यक्ष के रुप में अपने कर्तव्य को जारी रखने की इच्छा रखता हूं.’’उन्होंने कहा, ‘‘मुझे एक कर्तव्य के निर्वहन के लिए चुना गया है और कोई भेदभाव नहीं होगा. बीसीसीआई निष्पक्ष तरीके से कार्रवाई करेगा. बीसीसीआई टूर्नामेंट (आईपीएल) और बीसीसीआई के प्रति लोगों के भरोसे को सही साबित करने की दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है.’’ श्रीनिवासन ने कहा कि बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी इकाई राजस्थान रायल्स के खिलाड़ियों एक श्रीसंत, अंकित चव्हाण, अजित चंदीला और अमित सिंह पर स्पाट फिक्सिंग के आरोपों पर अपनी रिपोर्ट समय पर सौंपेगी. उन्होंने कहा कि अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसको सजा का सामना करना होगा. बोर्ड अध्यक्ष ने कहा, ‘‘संचालन नियमों में कई प्रभावी सजा का प्रावधान है जो जुर्माने से लेकर निलंबन तक है और बेहद प्रतिकूल स्थिति में फ्रेंचाइजी को रद्द करने का भी प्रावधान है.’’