जोहानिसबर्गः भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच यहां वांडर्स पर खेला गया दो मैचों की श्रृंखला पहला क्रिकेट टेस्ट काफी उतार चढ़ाव के बीच ड्रा समाप्त हुआ जिसमें मेजबान टीम आठ रन जबकि टीम इंडिया तीन विकेट से जीत से दूर रह गई. भारत के 458 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने आज अंतिम दिन फाफ डु प्लेसिस (134) और एबी डिविलियर्स (130) के शतकों और दोनों के बीच पांचवें विकेट की 205 रन की साझेदारी से सात विकेट पर 450 रन बनाए.
दक्षिण अफ्रीका की टीम एक समय चार विकेट पर 402 रन बनाकर जीत से सिर्फ 54 रन दूर थी. यह लक्ष्य हासिल करने के लिए उसके पास 13 ओवर थे लेकिन अंतिम घंटे में भारतीय गेंदबाजों ने जोरदार वापसी करते हुए उसे जीत से वंचित कर दिया. दक्षिण अफ्रीका अगर जीत दर्ज करता तो यह क्रिकेट के इतिहास में लक्ष्य का पीछा करते हुए किसी भी टीम की सबसे बड़ी जीत होती.
पूरे दिन उतार चढ़ाव देखने को मिला. पहले सत्र के बाद भारत के पास जीत का अच्छा मौका था लेकिन दूसरे सत्र और अंतिम सत्र के मध्य तक दक्षिण अफ्रीका हावी रहा लेकिन डु प्लेसिस और डिविलियर्स के जल्दी जल्दी आउट होने से टीम जीत दर्ज नहीं कर सकी.
दक्षिण अफ्रीका ने पहले सत्र में दो विकेट पर 98 रन जोड़े जबकि दूसरे सत्र में डु प्लेसिस और डिविलियर्स ने बिना विकेट गंवाए 95 रन जोड़कर टीम का पलड़ा भारी कर लिया. मेजबान टीम को अंतिम सत्र में जीत के लिए 127 रन चाहिए लेकिन टीम 119 रन ही जुटा सकी.
भारत की ओर से मोहम्मद शमी दूसरी पारी में सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 107 रन देकर तीन विकेट चटकाए. जहीर खान और इशांत शर्मा को एक एक विकेट मिला. श्रृंखला का दूसरा और अंतिम मैच 26 दिसंबर से डरबन में खेला जाएगा.दक्षिण अफ्रीका ने दिन की शुरुआत दो विकेट पर 138 रन से की. टीम को इस समय जीत के लिए 320 रन की दरकार थी.
महेंद्र सिंह धोनी ने गेंदबाजी की शुरुआत तेज गेंदबाज शमी से कराई जिन्होंने अपने कप्तान को निराश नहीं किया और दिन के पांचवें ओवर में ही पीटरसन को बोल्ड कर दिया. पीटरसन ने शमी की नीची रहती गेंद को विकेटों पर खेल दिया. उन्होंेने 162 गेंद में नौ चौकों की मदद से 76 रन बनाए और अपने कल के स्कोर में कोई इजाफा नहीं कर पाए.
शमी ने पहले घंटे में तूफानी गेंदबाजी की. उन्होंने कैलिस के खिलाफ पहली गेंद में ही पगबाधा की विश्वसनीय अपील की जिसे अंपायर से ठुकरा दिया. कैलिस ने डु प्लेसिस के साथ तेजी से 54 रन की साङोदारी की जिसमें उनका योगदान 34 रन का रहा. यह अनुभवी बल्लेबाज हालांकि दुर्भाग्यशाली रहा जब जहीर की गेंद पर अंपायर रोड टकर ने उन्हें पगबाधा आउट दिया जबकि रीप्ले में साफ दिखा कि गेंद उनके बल्ले से टकराने के बाद पैड पर लगी है. यह जहीर का टेस्ट क्रिकेट में 300वां विकेट है. वह अनिल कुंबले (619 विकेट), कपिल देव (434 विकेट) और हरभजन सिंह (413 विकेट) के बाद भारत के चौथे सबसे सफल गेंदबाज बन गए.
इसके बाद डु प्लेसिस और डिविलियर्स ने धीरे धीरे मैच दक्षिण अफ्रीका के पक्ष में मोड़ना शुरु किया. दोनों ने शुरुआत में सतर्कता बरती लेकिन बाद में खुलकर बल्लेबाजी की. भारत को दूसरे सत्र में पांच ओवर बाद नई गेंद मिल गई. जहीर और शमी ने दूसरी नई गेंद से अच्छी गेंदबाजी की लेकिन इनको सफलता नहीं मिली. इस डिविलियर्स और डु प्लेसिस ने रन जुटाना जारी रखेगा. इशांत शर्मा को भी सफलता नहीं मिली.
शमी आज भारत के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे लेकिन वह भी डिविलियर्स और डु प्लेसिस की साङोदारी को जल्दी तोड़ने में नाकाम रहे. इस बीच डु प्लेसिस ने 82वें जबकि डिविलियर्स ने 88वें ओवर में अर्धशतक पूरा किया. दोनों ने जल्द ही शतकीय साझेदारी भी पूरी की.
टेस्ट में 300 विकेट पूरे
जहीर खान ने जैक कैलिस का विकेट लेने के साथ ही टेस्ट क्रिकेट में अपने 300 विकेट पूरे कर लिये हैं. वह कपिलदेव के बाद इस उपलब्धि को हासिल करने वाले भारत के दूसरे तेज गेंदबाज है. भारत की ओर से सर्वाधिक विकेट लेनेवाले गेंदबाजों की सूची में जहीर चौथे स्थान पर हैं. उनसे अधिक विकेट अनिल कुंबले, कपिल देव और हरभजन सिंह ने लिये हैं. कुंबले ने 619, कपिल देव ने 434 और हरभजन सिंह ने 413 विकेट लिये हैं.
– विभिन्न टीमों के खिलाफ जहीर
विरुद्ध मैच विकेट बेस्ट
ऑस्ट्रेलिया 19 61 91/5
बांग्लादेश 07 31 87/7
इंग्लैंड 13 43 75/5
न्यूजीलैंड 11 38 29/5
पाकिस्तान 06 17 61/4
द अफ्रीका 11 38 62/4
श्रीलंका 09 28 72/5
वेस्टइंडीज 07 23 41/4
जिंबाब्वे 06 21 58/4
– विभिन्न देशों में जहीर का प्रदर्शन
देश मैच विकेट बेस्ट
बांग्लादेश 07 31 87/7
इंग्लैंड 08 31 75/5
भारत 38 104 72/5
न्यूजीलैंड 05 24 29/5
पाकिस्तान 03 11 61/4
द अफ्रीका 07 28 62/4
श्रीलंका 06 18 76/4
वेस्टइंडीज 05 15 79/4
जिंबाब्वे 03 13 58/4
बीच के ओवरों में हमने काफी अधिक आक्रमण किया:धौनी
जोहानिसबर्ग: भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट के ड्रा होने के बाद स्वीकार किया कि आज एक समय ऐसा आया जब वे ‘आसानी से मैच गंवा सकते थे’ क्योंकि उनके गेंदबाजों ने ‘काफी अधिक आक्रमण’ किया.
धौनी ने मैच के बाद कहा, ‘‘इस टेस्ट में एक समय ऐसा आया जब हम आसानी से हार सकते थे. यह हमारे तेज गेंदबाजों के लिए सीखने के लिहाज से बड़ा अनुभव है कि कब और कितना आक्रमण करना है. बीच के ओवरों में उन्होंने काफी अधिक आक्रमण किया.’’ भारतीय कप्तान ने हालांकि कहा कि उनकी टीम ने मैच के पांच दिन जिस तरह की चुनौती पेश की उससे वह खुश हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘हमें तैयारी के लिए जितना समय मिला उसे देखते हुए मैं प्रदर्शन से काफी खुश हूं. हमें एकदिवसीय मैचों से हालात की मूलभूत जानकारी मिली. हम भारत के बाहर आम तौर पर एक ही स्पिनर के साथ खेलते हैं और हमें तेज गेंदबाजों से अच्छे प्रयास की जरुरत थी और वे इसमें खरे उतरे.’’धौनी ने जहीर खान की तारीफ की जिन्होंने मैच में पांच विकेट चटकाकर अच्छी वापसी की.
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘जाक (जहीर खान) हमारे आक्रमण का अगुआ है और वह गेंदबाजों को सिखाएगा कि कहां गेंदबाजी करनी है. मैं सिर्फ क्षेत्ररक्षण सजा सकता हूं और सबसे प्रभावी चीज उसकी फिटनेस रही.’’