कोच्चि : स्पिनरों के बेजोड़ प्रदर्शन के बाद रोहित शर्मा और विराट कोहली की बड़ी अर्धशतकीय पारियों की मदद से भारत ने पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में आज यहां वेस्टइंडीज पर 88 गेंद शेष रहते हुए छह विकेट की आसान जीत के साथ तीन मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बनायी. वेस्टइंडीज की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 48.5 ओवर में 211 रन पर ढेर हो गयी. आस्ट्रेलिया के खिलाफ दो बार 350 रन से अधिक का लक्ष्य हासिल करने वाले भारत ने इसे आसानी से हासिल कर लिया. रिकार्ड के लिये बता दें कि रोहित (72) और कोहली (86) के बीच दूसरे विकेट के लिये 133 रन की साझेदारी से भारत ने 35.2 ओवर में चार विकेट पर 212 रन बनाये. विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल का विकेट मैच की दूसरी गेंद पर गंवाने के बाद वेस्टइंडीज की तरफ से केवल दो अर्धशतकीय साझेदारियां निभायी गयी. उसकी तरफ से डेरेन ब्रावो ही अर्धशतक तक पहुंचे. उन्होंने 77 गेंद पर 59 रन की संयमित पारी खेली जिसमें चार चौके और दो छक्के शामिल हैं.
भारतीय स्पिनरों ने नेहरु स्टेडियम की पिच से मिल रही मदद का पूरा फायदा उठाया. रविंदर जडेजा ने जहां 34 रन देकर तीन विकेट लिये वहीं रैना ने गेंदबाजी में अपना कमाल दिखाते हुए 37 रन के एवज में तीन विकेट चटकाये. आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भी उन्हें पूरा सहयोग दिया तथा 42 रन देकर दो विकेट हासिल किये. वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के दोनों मैचों में शतक जड़ने वाले रोहित ने अपनी फार्म बरकरार रखी. उन्होंने अपनी 81 गेंद की पारी में आठ चौके और एक छक्का लगाया. कोहली ने पिच के मिजाज को देखकर संयम और आक्रामकता दोनों की अच्छी मिसाल पेश की. दिल्ली के इस बल्लेबाज की 84 गेंद की पारी में नौ चौके और दो छक्के शामिल हैं.भारत की शुरुआत हालांकि अपेक्षानुरुप रही. इस साल छह बार शतकीय साङोदारी निभाने वाली रोहित और शिखर धवन की जोड़ी आज पहले विकेट के लिये केवल 17 रन ही जोड़ पायी. बायें हाथ के बल्लेबाज शिखर मात्र चार रन बनाकर जैसन होल्डर की आफ स्टंप से बाहर जाती गेंद पर विकेटकीपर जानसन चार्ल्स को कैच दे बैठे.
कोहली ने होल्डर के इसी ओवर में चौका जड़कर खाता खोला. रोहित ने डेरेन सैमी के एक ओवर में दो चौके लगाये और जब 13वें ओवर में पहली बार सुनील नारायण ने गेंद थामी तो रोहित ने उनका स्वागत मिडविकेट पर छक्का जड़कर किया. उन्होंने कैरेबियाई टीम के दूसरे स्पिनर नरसिंह देवनारायण की लगातार गेंदों को सीमा रेखा पार भेजकर जतला दिया कि भारतीय स्पिनरों की तरह उनकी यहां दाल गलने वाली नहीं है. रोहित ने इसी ओवर में एक रन लेकर वनडे में अपना 20वां अर्धशतक पूरा किया. उन्होंने इसके बाद भी गेंदबाजों पर रहम नहीं दिखाया जबकि कोहली ने बीच में रोहित की बल्लेबाजी का लुत्फ उठाने के बाद 58 गेंद पर 50 रन पूरे किये. यह उनका वनडे में 27वां अर्धशतक है.
जब लग रहा था कि पिछली तीन पारियों में 209, 177 और नाबाद 111 रन बनाने वाले रोहित लगातार चौथा अंतरराष्ट्रीय शतक लगाने में सफल रहेंगे तब उन्होंने रवि रामपाल के बाउंसर को पुल करके डीप विकेट पर कैच थमा दिया. कोहली ने होल्डर पर छक्का जड़कर वनडे में 5000 रन पूरे किये. अपनी 114वीं पारी खेल रहे कोहली ने विव रिचर्डस के सबसे कम पारियों में 5000 रन पूरे करने के रिकार्ड की बराबरी की.
कोहली हालांकि अगली गेंद पर कैच देकर पवेलियन लौट गये. सुरेश रैना (शून्य)की खराब फार्म जारी रही जबकि युवराज सिंह 16 और महेंद्र सिंहधौनी 13 रन बनाकर नाबाद रहे. इससे पहले टास जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिये उतरी वेस्टइंडीज की टीम ने मैच की दूसरी गेंद पर गेल जैसा धाकड़ बल्लेबाज गंवा दिया. बायें हाथ का यह बल्लेबाज जोखिम भरा रन लेने के लिये दौड़ पड़ा और आखिर में रन आउट हो गया. गेल ने डाइव लगायी जिससे वह चोटिल हो गये और उन्हें स्ट्रेचर पर बाहर ले जाना पड़ा.
सलामी बल्लेबाज जानसन चार्ल्स और मलरेन सैमुअल्स ने दूसरे विकेट के लिये 65 रन की साङोदारी करके वेस्टइंडीज को शुरुआती झटके से उबारा. चार्ल्स ने अपनी 34 गेंद पर 42 रन की पारी में लगातार हवा में गेंद खेली. उन्होंने अपनी पारी में एक छक्का और सात चौके लगाये जिनमें भुवनेश्वर कुमार के एक ओवर में लगाये गये तीन चौके भी शामिल हैं. लेकिन कंधे की चोट के कारण टेस्ट श्रृंखला से बाहर रहने वाले जडेजा को 11वें ओवर में गेंद सौंपने के बाद कैरेबियाई पारी का पासा पलट गया. जडेजा ने अपनी गेंद पर चार्ल्स का एक हाथ से खूबसूरत कैच लपका जबकि रैना ने सैमुअल्स को बोल्ड किया जिन्होंने 35 गेंद पर 24 रन बनाये.
लेंडल सिमन्स (29)और डेरेन ब्रावो ने चौथे विकेट के लिये 65 रन की भागीदारी की हालांकि इस बीच गेंद सीमा रेखा का दर्शन करने के लिये तरसती रही. रैना ने ऐसे में सिमन्स को पगबाधा आउट करके यह साझेदारी तोड़ी और नरसिंह देवनारायण (4)को भी पवेलियन भेजकर वेस्टइंडीज का स्कोर पांच विकेट पर 152 रन कर दिया. बल्लेबाजी पावरप्ले में हालांकि डेरेन ब्रावो ने दो छक्के और एक चौका जमाकर दबाव हटाया. उनकी पारी हालांकि इसके बाद ज्यादा नहीं चली और मोहम्मद शमी ने उनकी गिल्लियां गिरा दी. जडेजा ने अगले ओवर में कप्तान ड्वेन ब्रावो (24) को पवेलियन भेजा. निचले क्रम के बल्लेबाजों में केवल जैसन होल्डर (नाबाद 16) ही कुछ योगदान दे पाये.