कराची : आईसीसी ने भले ही कलंकित तिकड़ी सलमान बट, मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लौटने की पुष्टि कर दी हो लेकिन पाकिस्तान क्रिकेट जगत इसे लेकर एकमत नहीं है कि तीनों को फिर राष्ट्रीय टीम में शामिल होने का मौका दिया जाना चाहिए या नहीं.
पूर्व कप्तान रशीद लतीफ ने कहा , मैं उनकी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी का समर्थन नहीं करूंगा क्योंकि वह किसी ऐसे खिलाड़ी की जगह लेंगे जो भले ही उनकी तरह प्रतिभाशाली नहीं हो लेकिन उसने नैतिक रूप से कुछ गलत नहीं किया और ना ही भ्रष्टाचार में लिप्त रहा है. उन्होंने कहा , साफ सुथरा क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों के साथ यह सबसे बड़ा अन्यास होगा. पाकिस्तान के पूर्व सलामी बल्लेबाज और पूर्व मुख्य चयनकर्ता तथा कोच रहे मोहसिन खान भी इन तीनों की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी के खिलाफ हैं.
उन्होंने कहा , इन खिलाड़ियों ने भले ही सजा भुगत ली लेकिन मेरी नजर में देश के लिए खेलते हुए कोई मैच फिक्स करना बहुत बड़ा अपराध है. ऐसा अपराध करने पर आपको दूसरा मौका नहीं दिया जा सकता. पूर्व टेस्ट सलामी बल्लेबाज बाजिद खान ने कहा कि इन तीनों ने क्रिकेट और देश के साथ सबसे गलत काम किया है. खान ने कहा , उनके प्रतिबंध पूरे हो चुके हैं लेकिन पीसीबी को उन्हें और दूसरों को यह महसूस कराना चाहिए कि उनके अपराध के क्या परिणाम हो सकते हें. उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलने की अनुमति दी जा सकती है लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं.
पाकिस्तान के पूर्व टेस्ट कप्तान और मशहूर कमेंटेटर रमीज राजा ने भी कहा कि इन तीनों को पाकिस्तानी ड्रेसिंग रूम में फिर प्रवेश नहीं मिलना चाहिए. पूर्व कप्तान और सीनियर बल्लेबाज मोहम्मद युसूफ ने हालांकि आमिर और बट को दूसरा मौका दिये जाने की वकालत की. उन्होंने कहा , मेरा मानना है कि घरेलू क्रिकेट में अच्छा खेलने पर उन्हें राष्ट्रीय टीम में मौका मिलना चाहिए. मुझे नहीं लगता कि मिसबाह उल हक या अजहर अली को उनके साथ खेलने में कोई दिक्कत होगी.