।। रोमांचक मैच में पांच रन से जीता भारत।।
-रविन्द्र जडेजा को मैन ऑफ द मैच
-शिखर धवन को मैन ऑफ द सीरीज
बर्मिंघम: विराट कोहली की जुझारु पारी के बाद रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की फिरकी के जादू से भारत ने वर्षा से प्रभावित आईसीसी चैम्पियन्स ट्राफी के 20 ओवर के फाइनल में इंग्लैंड को पांच रन से हराकर एक बार फिर वनडे क्रिकेट में अपनी बादशाहत साबित की.
दुनिया की नंबर एक टीम भारत ने कोहली (34 गेंद में 43 रन) और जडेजा (25 गेंद में नाबाद 33) के बीच 5. 3 ओवर में छठे विकेट की 47 रन की साङोदारी से सात विकेट पर 129 रन का स्कोर खड़ा किया.विश्व चैम्पियन भारत ने इसके बाद अश्विन (15 रन पर दो विकेट) और जडेजा (24 रन पर दो विकेट) की बलखाती गेंदों की बदौलत इंग्लैंड को आठ विकेट पर 124 रन के स्कोर पर रोककर मेजबान टीम को पहली बार आईसीसी वनडे टूर्नामेंट जीतने से वंचित कर दिया.
इयोन मोर्गन (33) और रवि बोपारा (30) ने पांचवें विकेट के लिए 64 रन जोड़कर इंग्लैंड को जीत की दहलीज तक पहुंचा दिया था लेकिन इशांत शर्मा (36 रन पर दो विकेट) ने इन दोनों को लगातार गेंदों पर पवेलियन भेज दिया जो मैच का निर्णायक पल साबित हुआ.
वर्ष 2011 में विश्व चैम्पियन बना भारत इस तरह आस्ट्रेलिया के बाद पहली टीम बना जिसने विश्व कप और चैम्पियन्स ट्राफी लगातार जीते. भारत इससे पहले 2002 में श्रीलंका के साथ संयुक्त विजेता रहा था.दूसरी तरफ इंग्लैंड को 2004 की तरह इस बार भी फाइनल में हार का सामना करना पड़ा. इंग्लैंड को 2004 में भी उसकी सरजमीं पर ही वेस्इंडीज ने फाइनल में हराया था. इंग्लैंड 50 ओवर के विश्व कप के फाइनल में भी तीन बार शिकस्त खा चुका है.
लक्ष्य का पीछा करने उतरे इंग्लैंड ने दूसरे ओवर में ही कप्तान एलिस्टेयर कुक (02) का विकेट गंवा दिया जिन्होंने उमेश यादव की गेंद पर स्लिप में अश्विन को कैच थमाया. जोनाथन ट्राट लय में दिख रहे थे. उन्होंने आते ही भुवनेश्वर कुमार पर दो चौके मारे.
महेंद्र सिंह धोनी ने छठे ओवर में गेंद अश्विन को थमाई और ट्राट दूसरी गेंद को ही आगे बढ़कर खेलने की कोशिश में चूक गए और भारतीय कप्तान ने स्टंप करने में कोई गलती नहीं की. ट्राट ने 17 गेंद में 20 रन बनाए. अश्विन ने अपने अगले ओवर में जो रुट (07) को इशांत शर्मा के हाथों कैच कराके इंग्लैंड का स्कोर तीन विकेट पर 40 रन किया.सलामी बल्लेबाज इयान बेल ने जडेजा पर चौका जड़ा लेकिन अगली गेंद पर उनका पैर हल्का सा हवा में उठा और धोनी ने चपलता दिखाते हुए उनके स्टंप उखाड़ दिए. बेल को तीसरे अंपायर ने आउट दिया लेकिन टीवी रीप्ले में कुछ भी बेहद साफ तौर पर नहीं दिख रहा था. उन्होंने 16 गेंद में 13 रन बनाए.
मोर्गन और बोपारा ने इसके बाद विकेट के पतन पर विराम लगाया. दोनों ने 8 . 5 ओवर तक भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरुम रखा. मोर्गन ने इशांत पर चौका जबकि बोपारा ने छक्का जड़ा. इंग्लैंड को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 48 रन की दरकार थी.
बोपारा ने इसके बाद जडेजा जबकि मोर्गन ने इशांत पर छक्का जड़कर रन और गेंद के अंतर को कम किया. इशांत ने हालांकि मोर्गन और बोपारा को लगतार गेंदों पर पवेलियन भेजकर भारत को जोरदार वापसी दिलाई. दोनों कैच अश्विन ने लपके. मोर्गन ने 30 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का मारा जबकि बोपारा ने 25 गेंद में दो छक्के जड़े.
इंग्लैंड को अंतिम दो ओवर में 19 रन की जरुरत थी. जडेजा ने इसके बाद जोस बटलर (00) को बोल्ड किया जबकि टिम ब्रेसनैन (02) रन आउट हो गए जिससे इंग्लैंड को अंतिम ओवर में 15 रन चाहिए थे. अश्विन ने हालांकि इस ओवर में सिर्फ नौ रन खर्च करके भारत को जीत दिला दी. इससे पहले भारत ने 13 ओवर में 66 रन पर पांच विकेट गंवा दिए थे जिसके बाद कोहली और जडेजा ने टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया. इन दोनों के अलावा सिर्फ सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (31) ही दोहरे अंक तक पहुंच पाए.
इंग्लैंड ने टास जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के क्रीज पर उतरने से पहले ही बारिश आ गई. इसके बाद मैच साढे छह घंटे से भी अधिक के विलंब के बाद शुरु हुआ जिसके कारण इसे 20-20 ओवर का कर दिया गया. टूर्नामेंट के चार मैचों में कम से कम अर्धशतकीय साङोदारी करने वाली शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी फाइनल में नाकाम रही. रोहित 14 गेंद में सिर्फ नौ रन बनाने के बाद स्टुअर्ट ब्राड की गेंद पर बोल्ड हुए. भारत पावरप्ले के चार ओवर में एक विकेट पर 19 रन ही बना सका.
धवन ने ब्राड की शार्ट गेंद को थर्ड मैन बाउंड्री पर छह रन के लिए भेजा लेकिन इस बीच पहले 5 . 4 ओवर और फिर 6 . 2 ओवर के बाद बारिश आ गई. दूसरी बार बारिश आने पर खेल एक घंटे से अधिक समय तक रोकना पड़ा. बारिश के विलंब के बाद खेल दोबारा शुरु हुआ तो धवन ने स्पिनर ट्रेडवेल पर लगातार दो चौके मारे लेकिन अगले ओवर में बोपारा की गेंद इसी स्पिनर को कैच दे बैठे. उन्होंने 24 गेंद में दो चौके और एक छक्के की मदद से 31 रन बनाए.
दिनेश कार्तिक भी 11 गेंद में छह रन बनाने के बाद ट्रेडवेल की गेंद को हवा में लहरा गए और इयोन मोर्गन ने आसान कैच लपका. सुरेश रैना (01) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (00) बोपारा की गेंद पर गैर जिम्मेदाराना शाट खेलकर पवेलियन लौटे जिससे भारत का स्कोर 13वें ओवर में पांच विकेट पर 66 रन हो गया. कोहली ने इसके बाद जिम्मेदारी संभालते हुए बोपारा पर दो जबकि ट्रेडवेल पर एक चौका जड़ा. उन्हें 36 रन के निजी स्कोर पर ब्राड की गेंद पर जोनाथन ट्राट ने शार्ट थर्डमैन पर जीवनदान दिया जिसका फायदा उठाकर उन्होंने डीप स्क्वायर लेग पर छक्का जड़ा.
कोहली और जडेजा ने 18वें ओवर में भारत के रनों का सैकड़ा पूरा किया.जडेजा ने एंडरसन पर छक्का जड़ा लेकिन कोहली एक गेंद बाद बोपारा को कैच देकर पवेलियन लौटे. उन्होंने 34 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का मारा. जडेजा ने इसके बाद एंडरसन पर चौका और फिर अंतिम ओवर में ब्रेसनैन पर छक्का जड़कर टीम का स्कोर 130 रन के करीब पहुंचाया. उन्होंने 25 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके मारे. भारत ने अंतिम चार ओवर में 43 रन जोड़े.
इंग्लैंड की ओर से रवि बोपारा ने 20 रन देकर तीन विकेट चटकाए. जेम्स एंडरसन, जेम्स ट्रेडवेल और स्टुअर्ट ब्राड ने किफायती गेंदबाजी करते हुए क्रमश: 24, 25 और 26 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया.
धोनी ने कहा, दबाव से निपटना अहम रहा
भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आईसीसी चैम्पियन्स ट्राफी के फाइनल में यहां इंग्लैंड को हराने के बाद कहा कि उनकी टीम दबाव को बेहतर तरीके से ङोलने में सफल रही जो काफी महत्वपूर्ण साबित हुआ.
भारत ने वर्षा से प्रभावित 20 ओवर के फाइनल में पहले बल्लेबाजी करते हुए विराट कोहली (43) और रविंद्र जडेजा (नाबाद 33) की उम्दा पारियों की मदद से सात विकेट पर 129 रन बनाए और फिर इंग्लैंड को आठ विकेट पर 124 रन पर रोक दिया.
रविचंद्रन अश्विन ने भारत की ओर से 15 जबकि जडेजा ने 24 रन देकर दो विकेट चटकाए. इशांत शर्मा ने भी 36 रन देकर दो विकेट हासिल किए. धोनी ने भारत की पांच रन की जीत के बाद कहा, ‘‘जब हम बल्लेबाजी कर रहे थे तो मैंने बल्लेबाजों से कहा कि 130 के करीब तक लेकर जाओ. बाद में हमें बारिश से भी मदद मिली क्योंकि बाद में गेंद ग्रिप करने लगी थी.’’
भारतीय कप्तान ने कहा कि कम स्कोर वाले मैच में दबाव से निपटना अहम साबित हुआ. उन्होंने कहा, ‘‘सकारात्मक रहना अहम था. मैंने टीम से कहा कि हम नंबर एक टीम हैं और इसी तरह खेलकर दिखाएंगे. मुङो पता था कि पावर प्ले के दो ओवर अहम होंगे और मैं चाहता था कि वे स्पिनरों के खिलाफ स्लाग करें.’’ धोनी ने कहा, ‘‘हम दबाव से काफी अच्छी तरह निपटे. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लोग तकनीक के बारे में बात करते हैं लेकिन मुङो लगता है कि जो दबाव से बेहतर तरीके से निपटते हैं वे सफल रहते हैं. आज हमने ऐसा ही किया.’’
धवन ने उत्तराखंड त्रासदी पीड़ितों को अपना पुरस्कार समर्पित किया
बर्मिंघम: आईसीसी चैम्पियन्स ट्राफी में सर्वाधिक रन बनाने के लिए गोल्डन बैट का पुरस्कार जीतने वाले शिखर धवन ने अपने इस पुरस्कार को उत्तराखंड में बाढ़ में जान गंवाने वाले लोगों को समर्पित किया.
धवन ने मैच के बाद कहा, ‘‘मैं यह पुरस्कार स्वदेश में उन लोगों को समर्पित करना चाहता हूं जिन्होंने बाढ़ में अपनी जान गंवा दी. मैं उनके लिए प्रार्थना करता हूं.’’ धवन ने टूर्नामेंट के पांच मैचों में 90. 75 की औसत से सर्वाधिक 363 रन बनाए जिसके लिए उन्हें गोल्डन बैट का पुरस्कार दिया गया.
भारत के बायें हाथ के स्पिनर रविंद्र जडेजा को टूर्नामेंट में 12 विकेट चटकाने के लिए गोल्डन बाल पुरस्कार दिया गया.