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वेस्टइंडीज के खिलाफ होगी कानूनी कार्रवाई : बीसीसीआइ

नयी दिल्ली : भारतीय बोर्ड अब वेस्टइंडीज के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है. बीसीसीआइ सचिव संजय पटेल ने कहा : वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड (डब्ल्यूआइसीबी) ने खिलाडि़यों के साथ विवाद के कारण भारत का वर्तमान दौरा रद्द करने के फैसले से बीसीसीआइ को अवगत करा दिया है. उसने बीसीसीआइ से कहा है […]

नयी दिल्ली : भारतीय बोर्ड अब वेस्टइंडीज के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है. बीसीसीआइ सचिव संजय पटेल ने कहा : वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड (डब्ल्यूआइसीबी) ने खिलाडि़यों के साथ विवाद के कारण भारत का वर्तमान दौरा रद्द करने के फैसले से बीसीसीआइ को अवगत करा दिया है. उसने बीसीसीआइ से कहा है कि उसके खिलाड़ी शीघ्र ही स्वदेश लौट जायेंगे.

पटेल ने कहा : डब्ल्यूआइसीबी ने इसका कारण अपने खिलाडि़यों के बीच आंतरिक मुद्दे बताये. बीसीसीआइ अब आइसीसी के पास जायेगा. हमारी योजना डब्ल्यूआइसीबी के खिलाफ मामला दर्ज और नुकसान की भरपायी का दावा करने की है. हम इस मामले को यूं ही नहीं छोड़ेंगे, क्योंकि हमने उनके साथ प्रत्येक मसले पर सहयोग किया था. बीसीसीआइ ने बयान जारी करके कहा : बीसीसीआइ डब्ल्यूआइसीबी के फैसले से हैरान और बहुत अधिक निराश है.

डब्ल्यूआइसीबी का अपने खिलाडि़यों के साथ आंतरिक मसलों को सुलझाने की अक्षमता और इसका असर वर्तमान द्विपक्षीय सीरीज पर पड़ने देना इससे जुड़े किसी भी व्यक्ति को नागवार गुजरा. सीरीज रद्द करने का फैसला करते समय खेल के भविष्य, खिलाडि़यों तथा बीसीसीआइ और डब्ल्यूआइसीबी के लंबे समय से चले आ रहे रिश्तों के बारे में नहीं सोचा गया.

वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम और घरेलू बोर्ड के साथ भुगतान विवाद अब तुल पकड़ता नजर आ रहा है. आज वेस्‍टइंडीज की टीम ने भारत के साथ चल रहे सीरीज के बाकी मैच से हटने का निर्णय लिया है. इसके बाद भारत-इंडीज पांचवां वनडे नहीं हो पायेगा और इस मैच की भरपायी के लिए श्रीलंका की टीम को आमंत्रित किया गया है.

इधर वेस्‍टइंडीज टीम की इस कार्रवाई से बीसीसीआइ नराज हो गयी है. बीसीसीआइ ने तल्‍ख शब्‍दों में कहा कि भारत में आइपीएल के दौरान वेस्‍टइंडीज की टीम को भारतीय दर्शकों को बहुत प्‍यार मिला और इसके बदले उन्‍होंने हमारे साथ पीठ में छुरा भोंकने का काम किया है.

मौजूदा श्रृंखला बीच में ही खत्म होने से नाराज भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआइ) अब इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) में वेस्टइंडीज के खिलाडियों के प्रतिनिधित्व की समीक्षा पर गंभीरता से विचार करने का फैसला लिया है. कैरेबियाई खिलाडियों के रवैये से बीसीसीआइ इतना नाराज है कि कुछ कडे फैसलों से इनकार नहीं किया जा सकता विशेषकर इनके आइपीएल में खेलने को लेकर.

बीसीसीआइ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, इस मुद्दे को आइपीएल की संचालन परिषद की बैठक में उठाए जाने की संभावना है जहां यह मुद्दा गंभीर चर्चा के लिए आएगा. बोर्ड के कुछ आला अधिकारी कम से कम एक सत्र के लिए वेस्टइंडीज के खिलाडियों पर प्रतिबंध लगाना चाहते हैं.

अधिकारी ने कहा, क्रिस गेल, कीरोन पोलार्ड, ड्वेन ब्रावो जैसे खिलाडियों के लिए आइपीएल आय का मुख्य स्रोत है. भारतीय दर्शकों ने उन्हें जितना प्यार दिया उसकी कल्पना नहीं की जा सकती और यह उनके खिलाडियों की ओर से स्पष्ट तौर पर पीठ में छुरा भोंकना है.

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, बीसीसीआइ अधिकारियों को यह हजम करने में दिक्कत हो रही है कि उन्हें मनाने के लिए कोच्चि गए संजय पटेल (बीसीसीआइ सचिव) को आश्वासन दिए जाने के बावजूद चीजें इतनी बढ गई. वे अपने वादे से पीछे कैसे हट सकते हैं. यह सिद्धांतों की बात है. अगर वे व्यावसासिक हितों को प्राथमिकता देते हैं जो फिर समझौता नहीं करने के रवैये के लिए उन्हें सजा क्यों नहीं दी जाए. बीसीसीआइ को हालांकि फैसला करते हुए फ्रेंचाइजियों को भी ध्यान में रखना होगा क्योंकि चेन्नई सुपरकिंग्स और मुंबई इंडियन्स जैसी फ्रेंचाइजियों में वेस्टइंडीज के कई हाई प्रोफाइल खिलाडी शामिल हैं.

ड्वेन ब्रावो और ड्वेन स्मिथ चेन्नई के लिए खेलते हैं जबकि कीरोन पोलार्ड मुंबई का हिस्सा हैं. सुनील नारायण और क्रिस गेल भी आईपीएल का हिस्सा हैं. निश्चित तौर पर इस घटनाक्रम से कैरेबियाई खिलाडियों के आईपीएल आठ में हिस्सा लेने पर सवालिया निशान लग गया है.

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, बीसीसीआइ अधिकारियों को यह हजम करने में दिक्कत हो रही है कि उन्हें मनाने के लिए कोच्चि गए संजय पटेल (बीसीसीआइ सचिव) को आश्वासन दिए जाने के बावजूद चीजें इतनी बढ गई. वे अपने वादे से पीछे कैसे हट सकते हैं. यह सिद्धांतों की बात है. अगर वे व्यावसासिक हितों को प्राथमिकता देते हैं जो फिर समझौता नहीं करने के रवैये के लिए उन्हें सजा क्यों नहीं दी जाए.

बीसीसीआइ को हालांकि फैसला करते हुए फ्रेंचाइजियों को भी ध्यान में रखना होगा क्योंकि चेन्नई सुपरकिंग्स और मुंबई इंडियन्स जैसी फ्रेंचाइजियों में वेस्टइंडीज के कई हाई प्रोफाइल खिलाडी शामिल हैं. ड्वेन ब्रावो और ड्वेन स्मिथ चेन्नई के लिए खेलते हैं जबकि कीरोन पोलार्ड मुंबई का हिस्सा हैं. सुनील नारायण और क्रिस गेल भी आइपीएल का हिस्सा हैं. निश्चित तौर पर इस घटनाक्रम से कैरेबियाई खिलाडियों के आइपीएल आठ में हिस्सा लेने पर सवालिया निशान लग गया है.

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