नयी दिल्ली: टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के लिए माता-पिता और पत्नी से ऊपर देश है. क्रिकेट की एक वेबसाइट (ऑलआउटक्रिकेट डॉट कॉम) को दिये इंटरव्यू में धौनी ने कहा कि 2011 में विश्व कप जीतना जिंदगी की सबसे बड़ी उपलिब्ध नहीं थी. धौनी का कहना है कि वह सबसे पहले देश और फिर माता-पिता को तवज्जो देते हैं. उनकी जिंदगी में पत्नी साक्षी की अहमियत तीसरे नंबर पर है. इस इंटरव्यू में धौनी ने कई दिलचस्प बातें बतायी. धौनी ने अपने जीवन, बाइक्स, सेना और क्रिकेट के बारे में बातें की.
धौनी से जब पूछा गया कि उनकी जिंदगी में सबसे खुशी का लम्हा कब आया था, तो धौनी ने कहा : जब मुङो सेना में लेफ्टिनेंट (ऑनररी) बनाया गया. उन्होंने बताया कि जब मैं छोटा था, तब सेना में मेरी विशेष रुचि थी. उस वक्त मैं हथियारों, टैंक और कॉम्बैट को लेकर किताबें पढ़ता था. क्रि केटर के रूप में मुङो जवानों के साथ रहने का मौका मिला. उन्होंने बताया कि जब वे बच्चे थे, तब मौसम के अनुसार खेला करते थे. यदि आसमान साफ रहता और सूरज निकला होता, तो क्रिकेट, नहीं तो फुटबॉल. उन्होंने बताया कि फुटबॉल में वह गोलकीपर बनते थे. उन्होंने बताया कि पढ़ाई जरूरी थी, लेकिन खेल के प्रति मैं दीवाना था.
संगीत और बाइक्स के दीवाने धौनी ने बताया कि 70 व 80 के दशक के गाने उन्हें काफी पसंद हैं. मुङो देशभक्ति गीत बहुत अच्छे लगते हैं. बाइक्स के बारे में उन्होंने कहा कि उनके पास विभिन्न कंपनियों के 35 बाइक्स हैं. मुङो सभी बाइक्स काफी पसंद हैं. फिर वह महंगी हो या सस्ती, पुरानी हो या नयी.
उन्होंने अपनी पत्नी साक्षी को लेकर भी कई दिलचस्प बातें बतायी. धौनी ने कहा : मैं अपनी पत्नी से कहता हूं कि देश और माता-पिता के बाद मेरी जिंदगी में तुम्हारा तीसरा सबसे अहम स्थान है. साक्षी के लिए धौनी ने कहा (मजाक में) : वह मुङो स्पार्क देती है. वह मुङो प्यार करती है और मुङो प्रेरित भी. एक दिन आयेगा, जब हम दोनों साथ घूमेंगे, लेकिन अभी देश के लिए क्रिकेट खेलने का समय है.
विश्व कप जीतने के बाद आपने अपने सिर क्यों मुंडवा लिये? यह पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि विश्व कप जीतने से पहले के कुछ महीने काफी तनाव भरे रहे और उसी तनाव को दूर करने के लिए मैंने अपना सिर मुंडवा लिया. रांची (झारखंड) के इस करिश्माई क्रिकेटर ने कहा : जब मैं छोटा था, तब मैं अपनी मां के करीब था, लेकिन जब मैं 12वीं क्लास में पहुंचा, तो मुङो अपने पिता के अनुशासन वाली बातें समझ में आयी. टीम इंडिया के कप्तान ने खुलासा किया है कि उन्हें मछली पसंद नहीं है और शराब तीखा लगता है. धौनी ने कहा : मेरी पत्नी मुझसे मछली खाने को कहती है, वह कहती है, मछली बहुत स्वादिष्ट होती है, लेकिन मुङो मछली पसंद नहीं है. शराब का स्वाद भी मुङो कड़वा लगता है, इसलिए मैं शराब नहीं पीता.
बेंच स्ट्रेंथ आजमायेगा भारत!
सीरीज जीतने के बाद आत्मविश्वास से ओतप्रोत भारतीय क्रिकेट टीम अपने पैर जमीन पर रखते हुए पांचवें और आखिरी वनडे में जीत दर्ज करके इंग्लैंड का सफाया करने के इरादे से उतरेगी. इस मैच में धौनी बेंच स्ट्रेंथ को आजमा सकते हैं. टेस्ट सीरीज में मिली हार के बाद वापसी करते हुए भारत ने वनडे सीरीज में हर विभाग में इंग्लैंड को उन्नीस साबित कर दिया. पहला मैच बारिश की भेंट होने के बाद विश्व चैंपियन भारत ने लगातार तीन मैच जीतकर सीरीज 3-0 से अपने नाम कर ली. भारत ने इससे पहले इंगलैंड में आखिरी द्विपक्षीय सीरीज 1990 में जीती थी जब 2-0 से जीत के साथ उसने टैक्सको ट्रॉफी अपने नाम की थी. उस सीरीज और मौजूदा सीरीज के बीच एकमात्र समानता रवि शास्त्री हैं. वह 1990 में भारतीय टीम का हिस्सा थे और इस बार टीम के क्रिकेट निदेशक हैं. उस समय मोहम्मद अजहरुद्दीन भारतीय टीम के कप्तान थे, जिनका सर्वाधिक वनडे जीत का रिकॉर्ड हाल ही में मौजूदा कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने तोड़ा है. रवि शास्त्री और एमएस धौनी का इरादा जीत के साथ सीरीज खत्म करने का होगा.
यह मुश्किल भी नजर नहीं आ रहा क्योकि इंगलैंड ने अब तक किसी मैच में कोई चुनौती पेश नहीं की है. कप्तान एलेस्टेयर कुक इसके लिए चयन या रणनीति को दोषी मानने को भी तैयार नहीं हैं जबकि वे मोइन अली और जेम्स ट्रेडवेल को एक साथ अंतिम एकादश में उतारने से कतराते आये हैं.
संजू सैमसन को मिल सकता है मौका
भारत की बल्लेबाजी इस सीरीज में बेहतरीन रही है. लेकिन इसके बावजूद आखिरी मैच में अंतिम एकादश में कुछ बदलाव किये जा सकते हैं. औपचारिकता के इस मुकाबले में भुवनेश्वर और शमी को आराम देकर उमेश यादव और कर्ण शर्मा को उतारा जा सकता है. साथ ही संजू सैमसन को भी मौका मिल सकता है.
भारत के पास वाइटवॉश का मौका
हर्षा भोगले
लीड्स में शुक्रवार को भारत-इंग्लैंड वनडे सीरीज का आखिरी मैच खेला जायेगा. टीम इंडिया के पास विदेशी धरती पर 4-0 से सीरीज जीतने का सुनहरा मौका है. इस मैच के लिए भारतीय टीम चुने जाने की दुविधा होगी. उमेश यादव व कर्ण शर्मा की फिटनेस जांचने के लिए दोनों को मौका दिया जा सकता है. जडेजा और अश्विन को ड्रॉप किया जा सकता है. टेस्ट सीरीज में दोनों का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं था. लेकिन दोनों शानदार परफॉरमर हैं. शिखर धवन और विराट कोहली के लिए यह काफी लंबा टूर रहा. दोनों इस दौरे का शानदार तरीके से अंत करना चाहेंगे. टेस्ट सीरीज में मोहम्मद शमी ने निराश किया, लेकिन अब लगता है वह लय में वापस लौट रहे हैं. मुङो नहीं लगता कि टीम मैनेजमेंट अंतिम एकादश में कोई बदलाव करना चाहेगा. यदि धवन और अजिंक्या रहाणो कल के मैच में भी टीम को अच्छी शुरुआत दिलाते हैं, तो विश्व कप टीम चयन के लिए दोनों की दावेदारी मजबूत हो जायेगी. वहीं रहाणो किसी अन्य क्रम के लिए भी मजबूत दावेदार के रूप में उभर कर आयेंगे. भारत को धवन से एक और बढ़िया पारी की उम्मीद रहेगी, क्योंकि मैं अकसर कहता आया हूं कि जब धवन फॉर्म में होते हैं, तब वह गेम चेंजर बन जाते हैं. एकदिवसीय मैचों में खराब प्रदर्शन के बाद इंग्लैंड की वनडे टीम की काफी आलोचना भी हो रही है. इससे मेजबान टीम दबाव में है और भारत के पास इंग्लैंड का सूपड़ा साफ करने का बढ़िया मौका है.