मैनचेस्टर: भारत के पूर्व विकेटकीपर फारुख इंजीनियर का कहना है कि जेम्स एंडरसन और रविंद्र जडेजा के बीच का विवाद वो मिनटों में सुलझा सकते थे. बीसीसीआई भले ही जेम्स एंडरसन को कडी सजा दिये जाने के लिये दबाव बना रहा हो लेकिन पूर्व विकेटकीपर इंजीनियर ने कहा कि झडप के कारण इंग्लैंड के तेज गेंदबाज पर चार मैचों का प्रतिबंध नहीं लगाया जाना चाहिये और वह इस मसले को मिनटों में निपटा देते.आईसीसी के पूर्व मैच रैफरी इंजीनियर ने कहा कि उन्हें मामले की तफ्सील से जानकारी नहीं है लेकिन वह नहीं मानते कि भारतीय एंडरसन पर प्रतिबंध चाहते होंगे.
उन्होंने द गार्डियन से कहा, वहां ड्रेसिंग रुम में गलियारा काफी संकरा है. एम एस धोनी का कहना है कि उन्होंने जिम्मी को जडेजा को धक्का देते देखा और अगर ऐसा है भी तो जिम्मी थोडा शरारती है. इसके यह मायने नहीं है कि उस पर चार मैचों का निलंबन नहीं लगना चाहिये. उन्होंने कहा, ‘यह हास्यास्पद है कि यह मसला इतना लंबा खिंच गया. मैं इसके लिये मैच रैफरी डेविड बून और आईसीसी को दोषी मानता हूं. यदि मैं मैच रैफरी होता तो मैं जिम्मी और जडेजा दोनों को कमरे में बुलाकर आपस में मामला सुलझाने के लिये कहता. यदि जिम्मी की गलती होती तो मैं उसे माफी मांगने के लिये कहता. यदि वह इनकार करता तब यह मसला होता लेकिन यह पांच मिनट में सुलझ सकता था.
उन्होंने कहा, ‘लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि मुझे पता नहीं है कि ट्रेंट ब्रिज में उस गलियारे में क्या हुआ. उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं मानता कि भारतीय जिम्मी पर प्रतिबंध लगवाना चाहते होंगे. एक भारतीय होने के नाते मैं चाहता हूं कि भारत जीते लेकिन इंग्लैंड की सर्वश्रेष्ठ टीम को हराकर जीते’. लंकाशर के साथ 1968 से 1976 के बीच नौ सत्र बिताने वाले इंजीनियर को याद है जब वर्षों पहले उन्होंने एंडरसन को दोस्ताना सलाह दी थी.
उन्होंने कहा, उस समय वह निराश था चूंकि उसे लंकाशर टीम से भी बाहर कर दिया गया था. मैने उसे सलाह दी थी. मैने कहा था कि तुम असल स्विंग गेंदबाज हो और शानदार वापसी करोगे. मेरा मानना है कि वह इयान बाथम का रिकार्ड तोडेगा. वह बेहतरीन गेंदबाज है और इंसान है