नई दिल्ली: कोलकाता नाइट राइडर्स के स्पिनर सुनील नारायण यदि आईपीएल फाइनल खेलते हैं तो उन्हें वेस्टइंडीज टेस्ट टीम से बाहर होना पड सकता है लिहाजा क्रिकेट में ‘क्लब बनाम देश’ की बहस आज फिर ताजा हो गई. वेस्टइंडीज टीम आठ जून से जमैका में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहला टेस्ट खेलेगी. टीम के अभ्यास शिविर में भाग लेने की आखिरी तारीख 22 मई थी लेकिन आईपीएल खेल रहे गेल और नारायण को ध्यान में रखकर मियाद एक जून तक बढा दी गई थी.
नारायण ने केकेआर के फाइनल तक के सफर में अहम भूमिका निभाई है. फाइनल एक जून को है और केकेआर अपने रहस्यमय स्पिनर को गंवाना नहीं चाहेगा.
वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के सीईओ मिशेल मुइरहेड ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से कहा ,‘‘ यह उनका फैसला होगा.’’ उन्होंने कहा ,‘‘ शिविर में शामिल होने की तारीख आईपीएल खिलाडियों के लिये ही 22 मई से बढाकर एक जून की गई थी. जो इसका उल्लंघन करता है, उसे टीम में जगह नहीं मिलेगी’’ नारायण 15 सदस्यीय टीम में रहेंगे और श्रृंखला के बाकी मैच खेल सकते हैं. केकेआर के सीईओ वेंकी मैसूर ने बोर्ड से लचीला रुख अपनाने का आग्रह किया ताकि नारायण फाइनल खेल सकें. उन्होंने कहा ,‘‘सुनील निर्देशों का उल्लंघन नहीं कर रहा है. वह बोर्ड से लचीला रुख अपनाने के लिये कह रहा है ताकि वह रविवार को फाइनल खेल सके. उसने हमसे कहा कि वह यहां एक लक्ष्य हासिल करने आया था और पूरा होने पर ही जाना चाहता है. वह न्यूजीलैंड के खिलाफ वेस्टइंडीज के लिये खेलना चाहता है. आप उसकी दुविधा समझ सकते हैं.’’ नारायण उन छह खिलाडियों में से है जिनके पास वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड का ग्रेड ए : 120000 डालर: का अनुबंध है. ड्वेन ब्रावो, शिवनारायण चंद्रपाल, क्रिस गेल, डेरेन सैमी और मलरेन सैमुअल्स ग्रेड ए के बाकी खिलाडी हैं.
मुइरहेड ने कहा ,‘‘ वेस्टइंडीज क्रिकेट की बेहतरी के लिये उन्हें खुद को चयन के लिये उपलब्ध करना होगा. हम उसका : नारायण का : शोषण नहीं कर रहे हैं क्योंकि बाकी खिलाडियों की तरह उसे स्थिति के बारे में पहले से पता था.’’ मैसूर ने कहा कि वे नारायण को फाइनल के बाद पहली उपलब्ध फ्लाइट से जमैका भेजने को तैयार है ताकि वह तीन जून तक हर हालत में पहुंच जाये.