नयी दिल्ली:ललित मोदी के आज जयपुर में राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) का अध्यक्ष घोषित किये जाने के कुछ घंटे बाद ही बीसीसीआइ ने आरसीए को अनिश्चितकाल के लिये निलंबित कर दिया और इसके क्रिकेट मामलों को चलाने के लिये एक तदर्थ समिति नियुक्त की.
बीसीसीआइ सचिव संजय पटेल ने कहा, बीसीसीआइ अध्यक्ष ने आरसीए को अनिश्चितकाल के लिये बीसीसीआइ गतिविधियों में भागीदारी से निलंबित कर दिया है. यह फैसला संविधान की धारा 32, उप धारा 7 के अंतर्गत लिया गया है, जिसमें बोर्ड अध्यक्ष के पास उस संघ को निलंबित करने का अधिकार है जो बीसीसीआइ के नियम और दिशानिर्देशों के अनुरुप नहीं होती. यह फैसला अंतरिम अध्यक्ष शिवलाल यादव द्वारा लिया गया.
यह पूछने पर कि क्या इसके कारण राजस्थान के खिलाडियों का विभिन्न राष्ट्रीय टीमों में चयन प्रभावित होगा तो पटेल ने कहा, बीसीसीआइ खिलाडियों के पक्ष में है. हमारा प्रयास राजस्थान के क्रिकेटरों की देखभाल करना होगा. हम एक तदर्थ संस्था गठित करेंगे जो राजस्थान में क्रिकेट का काम देखेगी और खिलाडियों के हितों का ध्यान रखेगी.
चुनाव पिछले साल दिसंबर में कराये गये थे लेकिन उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद परिणाम सीलबंद कर दिये गये थे. काफी सोच विचार के बाद अदालत द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक ने आज यहां आखिरकार चुनावों के परिणाम की घोषणा की.
जैसी उम्मीद थी मोदी ने काफी बडे अंतर से जीत दर्ज की. मतदान में 33 में से 24 मत मोदी को मिले जबकि उनके खिलाफ खडे होने वाले प्रत्याशी रामपाल शर्मा को महज पांच वोट मिले. मोदी पिछले चार साल से लंदन में रह रहे हैं, उन्हें पिछले साल 19 दिसंबर को हुए आरसीए के चुनावों में लडने की अनुमति दी गयी जो उच्चतम न्यायायल द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक की निगरानी में कराये गये.
बीसीसीआइ की अनुशासनात्मक समिति में अरुण जेटली और ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल थे, जिन्होंने जुलाई 2013 को 134 पेज की रिपोर्ट सौंपी थी जिसमें उन्होंने मोदी को वित्तीय अनियमितताओं, अनुशासनहीनता और बीसीसीआइ के हित के लिये नुकसानदायक गतिविधियों का दोषी पाया था.
पिछले साल के अंत में शीर्ष अदालत ने अपने सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति एन एम कासलीवाल को आरसीए चुनावों की निगरानी के लिये मुख्य पर्यवेक्षक बनाया. आरसीए के चुनाव विवादास्पद बन गये क्योंकि मोदी इसमें अध्यक्ष पद की दौड में थे. चुनावों को चुनौती देते हुए बीसीसीआइ ने अनुरोध किया कि मोदी को चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए और चुनावों को रद्द कर दिया जाना चाहिए.
आइपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की क्रिकेट की दुनिया में वापसी हुई है. मोदी ने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का चुनाव जीत लिया है. चुनाव जीतने के साथ ही वह आरसीए के अध्यक्ष बन गये हैं.
बीसीसीआइ के तमाम विरोध के बाद भी ललित मोदी ने यह चुनाव जीता और अध्यक्ष बने. गौरतलब हो कि ललित मोदी को स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में आइपीएल कमिश्नर पद छोड़ना पड़ा था. इधर बीसीसीआइ ने ललित मोदी के आरसीए अध्यक्ष चुने जाने से नाराजगी व्यक्त की है. बीसीसीआइ ने इसके खिलाफ आरसीए को नोटिस भेजा है.