Sarhul: झारखंड के कोने-कोने में प्रकृति पर्व सरहुल हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन राजधानी रांची के आदिवासी हॉस्टल में सरहुल पूजा में शामिल हुए.
यहां से उन्होंने झारखंड के लोगों को सरहुल, ईद और नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं. मांदर पर हाथ आजमाया और नृत्य करके सरहुल पर्व मनाया.
सीएम चंपाई सोरेन सरहुल पूजा में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने सरना स्थल पर जाकर पूजा की. राज्य के लोगों की खुशहाली की कामना की.
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरहुल पूजा में हर साल शामिल होते रहे हैं. इस बार वे जेल में बंद हैं, इसलिए आदिवासी हॉस्टल नहीं आए.
उनकी गैरमौजूदगी में पाहन ने हेमंत सोरेन की तस्वीर पर सरहुल का फूल लगाया और कामना की कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता जल्द से जल्द जेल से रिहा होकर बाहर आएं.
चंपाई सोरेन ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वह राज्यवासियों को सरहुल, ईद और नवरात्रि की शुभकामनाएं देते हैं. आज का यह दिन बेहद खास है.
उन्होंने कहा कि आज के ही दिन पूरे देश में एक साथ तीन-तीन त्योहार मनाए जा रहे हैं. यही हमारे देश की खूबसूरती है.
चंपाई सोरेन ने कहा कि हर साल यहां हेमंत सोरेन आते थे. इस वर्ष वह यहां नहीं हैं. ऐसे में उम्मीद करते हैं कि वह अभी जहां हैं, वहां स्वस्थ और खुश हों.
सीएम चंपाई सोरेन ने मांदर बजाया और वहां मौजूद लोगों के साथ नृत्य भी किया.
सरहुल पर्व में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दोनों पुत्र और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोहरदगा से लोकसभा चुनाव के उम्मीदवार समीर उरांव भी शामिल हुए.