16वीं लोकसभा के चुनाव के लिए मतदान शुरू हो चुके हैं. सभी राजनीतिक दल चुनावी दंगल में अपनी-अपनी जीत को लेकर पुरजोर कोशिशें कर रहे हैं. ऐसे में, प्रधानमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार रहे संजय बारू की लिखी किताब ‘द ऐक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ के हाल ही में सामने आने के बाद कांग्रेस के लिए एक नयी मुश्किल खड़ी हो गयी है.
इस किताब के माध्यम से यह बात सामने आयी है कि प्रधानमंत्री कार्यालय में सारे अहम फैसले प्रधानमंत्री द्वारा नहीं, बल्कि सोनिया गांधी के कहने पर लिये जाते रहे हैं. राजनीतिक हलकों में तहलका मचा देने वाली इस किताब ने इन अटकलों को पुख्ता साबित कर दिया है कि अब तक प्रधानमंत्री की कुरसी पर तो मनमोहन सिंह ही बैठते रहे, लेकिन रिमोट कंट्रोल सोनिया गांधी के हाथ में रहा. इससे कांग्रेस के वोट निश्चित रूप से कम होंगे.
कोणार्क रतन, ई-मेल से