मानवता का दुश्मन आतंकवाद आज पूरी दुनिया के सामने एक बड़ी समस्या के रूप में सामने है. अमरनाथ यात्रा पर हुए आतंकी हमले की विश्व स्तर पर आलोचना हो रही है. आतंकवाद को खत्म करने के लिए सभी देशों को एकजुट होना पड़ेगा. आतंकवाद को किसी खास धर्म – संप्रदाय से जोड़ कर देखना भी अनुचित है क्योंकि आतंकवादी का कोई धर्म नहीं होता. मानवता पर प्रहार ही उसका एकमात्र उद्देश्य है.
हमारा पड़ोसी देश आतंकियों को शरण देते आया है, जो दुनिया के लिए खतरा ही है. किसी भी देश को आतंकवादियों को अपने देश में न शरण देना चाहिए और न निजी फायदे के लिए अंतरराष्ट्रीय मंच पर आतंकवादियों का समर्थन करना चाहिए. अगर कोई देश ऐसा करता है तो सीधे यह मानवता के साथ खिलवाड़ है.
चंदन कुमार मांझी, हुगली, इमेल से