नयी दिल्ली : इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) देवनागरी लिपि की सार्वभौमिक स्वीकार्यता के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के साथ मिलकर कार्यशालाओं का आयोजन कर रहा है. बहुभाषीय इंटरनेट के लिए सार्वभौमिक स्वीकार्यता मूलभूत जरूरत है.
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सार्वभौमिक स्वीकार्यता के अनुपालन से समुचित प्रसंस्करण, स्वीकार्यता, सत्यापन, भंडारण के साथ ही डोमेन नाम, ईमेल आईडी, आईडीएन आदि को विविध लिपियों में दिखाया जाना सुनिश्चित होता है. आईएएमएआई ने इस मुहिम की शुरुआत 22 जून को रायपुर में कार्यशाला के आयोजन के साथ की. इसके बाद 29 जून को भोपाल के गोविंदपुरा स्मार्ट सिटी में स्थित बीनेस्ट में कार्यशाला का आयोजन होगा. इस चरण में जयपुर, पुणे, पटना और लखनऊ में भी कार्यशाला आयोजित किये जायेंगे.