नयी दिल्ली : सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने के लिए सरकार ने छात्रों, सरकारी अधिकारियों और देश के अन्य निवासियों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए एक अभियान शुरू किया है. यह व्हॉट्सएप द्वारा पेश की गयी पढ़ने वाली सामग्री (लर्निंग मैटेरियल) पर आधारित है. यह अभियान प्रगत संगणन विकास केंद्र (सीडैक) द्वारा एक पोर्टल (www.infosecawareness.in) से संचालित किया जा रहा है. यह स्कूली बच्चों और युवाओं के साथ-साथ सरकारी अधिकारियों पर केंद्रित है. इसमें बताया गया है कि व्हॉट्सएप मैसेजिंग को लेकर क्या करें और क्या नहीं.
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सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, जागरूकता अभियान के माध्यम से नागरिकों को फर्जी खबरों के प्रति जागरूक करने और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को अधिक जवाबदेह बनाने के लिए सरकार विभिन्न पहलों पर काम कर रही है. बता दें कि फर्जी खबरें फैलने के बाद देश में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या करने के मामले सामने आने के बाद सरकार ने व्हॉट्सएप को दो नोटिस जारी किये हैं.
सरकार ने फर्जी और भ्रामक संदेशों के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावी समाधान करने को कहा है. साथ ही, यह भी कहा है कि अफवाहों के प्रसार में माध्यम बनने वाले भी दोषी माने जायेंगे और मूक दर्शक बने रहने पर उन्हें भी कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा. वहीं, व्हॉट्सएप के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी ने एप में महत्वपूर्ण बदलाव किये हैं और इन बदलावों के बारे में सूचित करने के लिये हमने सरकारी प्रतिनिधियों, डिजिटल विशेषज्ञों से भी मुलाकात की. प्रवक्ता ने कहा कि फर्जी खबरों की पहचान में लोगों की मदद करने के लिये हमने कई क्षेत्रीय भाषाओं में भी जागरूकता अभियान शुरू किया है.