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मसौढ़ी : प्रखंडों में प्रसव कक्ष पूरी तरह से एएनएम के जिम्मे, विभाग बेखबर
मसौढ़ी : अनुमंडल के तीनों प्रखंडों मसौढ़ी व धनरूआ एवं पुनपुन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र समेत अनुमंडल अस्पताल में प्रसव सेवा अभी भी निजी क्लिनिकों की अपेक्षा काफी कम है. नगर समेत ग्रामीण क्षेत्रों के एक निजी क्लिनिक में जहां औसतन आठ से दस मरीज प्रतिदिन प्रसव के लिए आते हैं वहीं सरकारी अस्पतालों में इसकी […]
मसौढ़ी : अनुमंडल के तीनों प्रखंडों मसौढ़ी व धनरूआ एवं पुनपुन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र समेत अनुमंडल अस्पताल में प्रसव सेवा अभी भी निजी क्लिनिकों की अपेक्षा काफी कम है.
नगर समेत ग्रामीण क्षेत्रों के एक निजी क्लिनिक में जहां औसतन आठ से दस मरीज प्रतिदिन प्रसव के लिए आते हैं वहीं सरकारी अस्पतालों में इसकी संख्या औसतन चार से पांच . सोमवार की सुबह दस बजे धनरूआ स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव के लिए तीन मरीज क्रमशः रूबी देवी ( चंदरबिगहा नालंदा ), प्रीति कुमारी ( कल्याणपुर धनरूआ ) एवं रितु कुमारी ( हिरणचक धनरूआ ) भर्ती थीं.
वहीं सुबह ग्यारह बजे पुनपुन में एक मात्र मरीज गौरीचक के कंसारी की रहने वाली श्याम सुंदर देवी बेड पर पड़ी थी. इधर दिन के एक बजे मसौढ़ी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव कक्ष में बिहटा सियारापुर की गुड्डी कुमारी, मसौढ़ी खरोज की प्रीति कुमारी, मरईया काको जहानाबाद की नीलम कुमारी, दुल्हिनबाजार के जेवर की बीणा देवी प्रसव पीड़ा से कराह रही थी.
वहीं मौजूद एएनएम मीनाक्षी उन्हें आवश्यक दवा बता रही थीं. इस दौरान किसी भी अस्पताल में या तो चिकित्सक मौजूद नहीं थे या थे भी तो प्रसव कक्ष पूरी तरह से एएनएम के ही जिम्मे था.
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