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झारखंड पुलिस के लिए क्यों सिरदर्द साबित हो रहा है PLFI ?

सिमडेगा जिले के बानो थाना प्रभारी विद्यापति सिंह और आरक्षी तुराम विरूली की शहादत के बाद पुलिस के एंटी नक्सली अभियान को लेकर सवाल खड़ा होने लगे हैं. कभी भाकपा-माओवादी, पीपुल्स वार ग्रुप और एमसीसी संगठन राज्य प्रशासन के सामने चुनौती का विषय था, लेकिन आज झारखंड में फिलहाल 16-18 उग्रवादी संगठन काम कर रहे […]

सिमडेगा जिले के बानो थाना प्रभारी विद्यापति सिंह और आरक्षी तुराम विरूली की शहादत के बाद पुलिस के एंटी नक्सली अभियान को लेकर सवाल खड़ा होने लगे हैं. कभी भाकपा-माओवादी, पीपुल्स वार ग्रुप और एमसीसी संगठन राज्य प्रशासन के सामने चुनौती का विषय था, लेकिन आज झारखंड में फिलहाल 16-18 उग्रवादी संगठन काम कर रहे हैं. ये उग्रवादी संगठन मूल संगठनों से टूटकर बने हैं. इनमें पीएलएफआई, टीपीसीआदि शामिल हैं.

जिन संगठनों ने सरकार के सामने सबसे ज्यादा परेशानी खड़ा की है, उनमें पीएलएफआई और टीपीसी शामिल है. इन संगठनों के नाम हत्या, लेवी व जनअदालत लगाकर स्थानीय लोगों की पिटाई के मामले में सामने आते रहे हैं. पीएलएफआई पहले से ज्यादा आक्रमक होते जा रही है. पिछले साल पीएलएफआई ने 89 घटनाओं को अंजाम दिया था, इनमें 41 लोगों को मौत हुई थी.

क्या है पीएलएफआई

झारखंड में पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया की स्थापना दिनेश गोप के नेतृत्व में की गयी. गौरतलब है कि दिनेश गोप के बड़े भाई सुरेश गोप की 2003 में हत्या हो गयी थी. भाई की हत्या के बाद दिनेश गोप ने कामकाज अपने हाथों में ले लिया. दिनेश गोप ने पीएलएफआई संगठन को गुमला, पालकोट, रायडीह, घाघरा, विशनुपुर और सिसई, कामडारा में संगठन को मजबूत कर लिया. इस दौरान सीपीआई माओवादी का बागी सदस्य मासी चरण पूर्ति ने दिनेश गोप के साथ मिलकर संगठन को तेजी से फैलाया. मासी चरण पूर्ति के साथ भाकपा माओवादी के कई सदस्यों ने पीएलएफआई की सदस्यता हासिल की.

भाकपा-माओवादी जहां एक विचारधारा से संचालित होती थी, वहीं पीएलएफआई विशुद्ध रूप से लेवी व फिरौती के पैसे से संचालित होता है. जल्दी पैसे कमाने की लालच में बड़े पैमाने पर बेरोजगार युवकों ने पीएलएफआई का दामन थामा.

पिछले साल पीएलएफआई ने इन घटनाओं को दिया अंजाम

28 मार्च 2017 : खूंटी में पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने पुलिस मुखबिरी का आरोप लगा कर तोरपा के डेविड सोय नामक छात्र की गोली मार कर हत्या कर दी.

14 फरवरी 2017: नामकुम रिंगरोड से एक किलोमीटर दूर सरवल गांव में सड़क मरम्मत का काम कर ही एक कंपनी के साइट पर फायरिंग की. घटना में पीएलएफआइ के उग्रवादियों के हाथ होने की बात सामने आयी थी.

08 फरवरी 2017 : कर्रा के सिरका गांव में पुलिस और पीएलएफआइ के बीच मुठभेड़, सर्च अभियान के दौरान पुलिस ने एक उग्रवादी को गिरफ्तार किया.

18 जनवरी 2017 : कर्रा के बिरदा गांव में नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी के कैंप में पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने फायरिंग की और वाहनों को आग के हवाले कर दिया.

10 जनवरी 2017 : तपकारा ओपी क्षेत्र के कोचा पारकटोली के निकट पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने पारादीप-रायपुर पाइप लाइन प्रोजेक्ट के काम में लगी मशीनों में आग लगा दी.

29 मार्च 2016 : बसिया थाना क्षेत्र के खरवागढ़ पुल में पीएलएफआइ ने पुलिस को उड़ाने के लिए सिलिंडर बम लगाया, बम बरामद.

21 मार्च 2016 : बानो के डुमरिया कारीकेल में पीएलएफआइ के उग्रवादी और पुलिस के बीच मुठभेड़, उग्रवादी कई सामान छोड़ कर भागे.

19 मार्च 2016 : बसिया थाना क्षेत्र के कलिग गांव में उग्रवादियों ने वाहनों को रोक, लूटपाट की.

19 मार्च 2016 : जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के बिरसा चौक के समीप ईंट-बालू सप्लायर प्रमोद महतो की गोली मार कर हत्या. हत्या की जिम्मेवारी पीएलएफआइ के उग्रवादी ने ली.

17 मार्च 2016 : गुमला के बसिया स्थित गुड़ाम मसरीबेड़ा में पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने सड़क निर्माण कार्य में लगे मजदूरों पर फायरिंग की, जिसमें एक मुंशी और तीन मजदूरों की मौत हो गयी.

07 मार्च 2016 : पांकी थाना क्षेत्र के बनई जंगल में पुरानी बथानी के पास पीएलएफआइ व पुलिस में मुठभेड़, एरिया कमांडर की मौत.

03 मार्च 2016 : तमाड़ थाना क्षेत्र के मधुकॉन कैंप में करीब दो बजे रात लेवी के लिए पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने हमला कर वाहनों को आग के हवाले कर दिया.

28 फरवरी 2016 : सिमडेगा के बांसजोर थाना क्षेत्र के बोगिरा जंगल में पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने पुलिस के साथ मुठभेड़ की.

03 फरवरी 2016 : तोरपा थाना क्षेत्र के कंसुटोली बगीचा के पास पुलिस और पीएलएफआइ उग्रवादियों के बीच मुठभेड़, एक उग्रवादी मारा गया.

20 जनवरी 2016 : चक्रधरपुर गोइलकेरा में सड़क निर्माण कार्य में लगी कंस्ट्रक्शन कंपनी के पोकलेन को उग्रवादियों ने जलाया.

04 जनवरी 2016 : बानो महाबुआन जंगल में पीएलएफआइ और पुलिस के बीच मुठभेड़, पीएलएफआइ के दो उग्रवादी मारे गये.

01 फरवरी 2016 : खूंटी थाना क्षेत्र के गाड़ीगांव में पीएलएफआइ और पुलिस के बीच मुठभेड़. पीएलएफआइ के उग्रवादी बच कर भाग निकले.

01 फरवरी 2016 : कामडारा थाना क्षेत्र के रामपुर लोयंकेल गांव में पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने घर में घुस कर छात्र अभिनंदन सिंह की हत्या कर दी.

01 फरवरी 2016 : बंदगांव थाना क्षेत्र के सीआरपीएफ कैंप के समीप पीएलएफआइ ने पूर्व मुखिया की गोली मार कर हत्या कर दी.

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