हैदरनगर : जिले के हैदरनगर थाना क्षेत्र के खरडीहा में 12 मार्च को छेड़खानी का विरोध करने गये कुड़वा गांव निवासी वकील खान की कुछ लोगों ने हत्या कर दी थी. वहीं उनके साथ गये दानिश को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया था. घटना के सात दिन बीत जाने के बाद भी प्रखंड के मोकहर कलां पंचायत के तीन गांव कुड़वा, नोखिला और करीमनडीह की छात्राओं ने छेड़खानी के भय से स्कूल व कोचिंग जाना बंद कर दिया है.
गांव की असगरी बीवी व रुबी बीवी ने कहा कि वह अपनी बच्चियों को छेड़खानी के भय से स्कूल नहीं जाने देंगे. उन्होंने कहा कि वकील खान की तरह अन्य को खोना नहीं चाहती. उन्होंने अपनी बच्चियों को स्कूल व कॉलेज जाने से मना कर दिया है. कुछ ग्रामीणों ने कहा कि खरडीहा गांव में पहले भी उनकी बच्चियों के साथ छेड़खानी की कई घटनाएं हो चुकी है.
वह इज्जत प्रतिष्ठा को लेकर मामले को दबाते रहे. छात्रा अंजु कुमारी, शबनम परवीन, तरन्नुम समेत अन्य ने बताया कि वह पढ़ने के लिए हैदरनगर व हुसैनाबाद जाती थीं. लेकिन 12 मार्च की घटना के बाद से उन्होंने पढ़ाई नहीं करने का निर्णय ले लिया है. उन्होंने बताया कि छात्राओं के साथ गांव से लेकर चौक-चौराहों तक असुरक्षित माहौल है.
किसान नवाजिश खान ने बताया कि बच्चियों को स्कूल भेज कर अपनी जान जोखिम में नहीं डालना चाहते हैं. उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा प्रदान करने की मांग की. उप प्रमुख कमर रजा खान से इस संबध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि छात्राओं को स्कूल व कोचिंग जाने में कोई परेशानी नहीं होने दी जायेगी. उन्हें कहीं परेशानी लगती है,तो वह पुलिस –प्रशासन को सूचना देंं. सुरक्षित माहौल कायम करने की दिशा में उनका प्रयास भी होगा.