– 20 फरवरी को सीएमडी के साथ जीएम की बैठक
प्रतिनिधि, मेदिनीनगर
पलामू के लाइफ लाइन राजहरा कोलियरी में 23 फरवरी को पुन: उत्पादन शुरू हो जायेगा. इसे लेकर आवश्यक प्रक्रिया पूरी की जा रही है. 20 फरवरी को सीसीएल के सीएमडी रांची में जीएम के साथ बैठक भी करेंगे. इस बैठक में सांसद बीडी राम को भी आमंत्रित किया गया है. 23 फरवरी को होने वाले कार्यक्रम की रूपरेखा क्या हो, इसे लेकर शनिवार को सांसद वीडी राम, विधायक सह सत्तारुढ़ दल के मुख्य सचेतक राधाकृष्ण किशोर, सीसीएल के जीएम कोटेश्वर राव ने राजहरा कोलियरी का निरीक्षण कर पूरी स्थिति का जायजा लिया.
निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए सांसद श्रीराम ने कहा कि राजहरा कोलियरी पलामू के लाइफ लाइन है. इसमें पुन: उत्पादन शुरू होने से फिर से इलाके की रौनक लौटेगी. कोलियरी में उत्पादन बंद हो जाने से क्षेत्र में गहरी निराशा थी. लोग चाहते थे कि किसी तरह कोलियरी में उत्पादन शुरू हो.
2014 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के तौर पर जब वह लोगों के पास जा रहे थे तब राजहरा कोलियरी के परीधि में आनेवाले इलाके में एक ही मांग थी कि कोलियरी शुरू हो. तब हमने कहा था कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद जरूर इस दिशा में प्रयास होगा. क्योंकि सबका साथ सबका विकास न सिर्फ भाजपा का लक्ष्य है बल्कि मार्ग भी है.
जनता से किये गये वादे को पूरा कर विकास का बेहतर वातावरण तैयार करना हम सभी का लक्ष्य है. जब उद्योग धंधे लगेंगे तो बेहतर वातावरण कायम होगा. एक सवाल के जवाब में सांसद ने कहा कि हम जपला सीमेंट फैक्ट्री को लेकर पूरी तरह से निराश नहीं है. बल्कि फैक्ट्री खुले इसके लिए भी विचार चल रहा है. सबकुछ ठीक रहा तो जपला सीमेंट फैक्ट्री के मामले में भी सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेगा.
मौके पर विधायक श्री किशोर ने कहा कि राजहरा कोलियरी पुन: उत्पादन शुरू कराकर ना उम्मीद हो चुकी जनता के बीच उम्मीद की किरण जगाने का काम किया गया है. कोलियरी में पुन: उत्पादन शुरू हो इस दिशा में सक्रियता के साथ काम कर सांसद श्रीराम ने इतिहास रचने का काम किया है. सरकार यह चाहती है कि उद्योग धंधों का विकास हो और पलामू की नकरात्मक छवि बदले. इसे ध्यान में रखकर काम किया जा रहा है.
जीएम श्री राव ने बताया कि 20 फरवरी को कोलियरी को लेकर होने वाली बैठक काफी महत्वपूर्ण है. यह रिपोर्ट मांगा गया है कि कोलियरी को निर्वाध रूप से चलाने के लिए किन-किन संसाधनों को जरूरत है इसके बारे में विस्तृत रिपोर्ट मांगी गयी है. वह कर्मियों के साथ बैठक कर रहे है. जिसमें 23 फरवरी को होने वाले कार्यक्रम की रूपरेखा भी तैयार की जायेगी.
मौके पर प्रभारी परियोजना पदाधिकारी डीके प्रधान, खान प्रबंधक एससी शाहा, सांसद प्रतिनिधि विजय ओझा, पड़वा बीससूत्री अध्यक्ष मेघनाथ मेहता उर्फ रामबालक, केएन पांडेय, डॉ सच्चिदानंद, राजन पांडेय, पंकज तिवारी, प्रह्लाद दुबे, पारसनाथ दुबे, सत्येंद्र पांडेय, युगेश्वर राम, नावाबाजार प्रमुख रवींद्र पासवान, लव मेहता, डीएन पांडेय, राजकिशोर सिंह, जन्मेजय पांडेय, यमुना प्रजापति, राकेश कुमार दुबे उर्फ गुड्डू सहित कई लोग मौजूद थे.
फैक्टशीट
– 1842 में बंगाल के कंपनी ने शुरू किया था राजहरा कोलियरी में कोयला उत्पादन का कार्य.
– 1973 में इस कोलियरी का हुआ था सरकारीकरण.
– 369 एकड़ का मिला है अनापति प्रमाण पत्र.
– 24 अक्टूबर 2010 में खदान में पानी घुसने से बंद हो गया था उत्पादन.
– 10 नवंबर 2010 को डीजीएमएस ने लगाया सेक्सन 22.
– 17 मार्च 2015 को डीजीएमएस द्वारा सेक्सन 22 हटाया गया.
– 23 जनवरी 2016 पर्यावरणीय स्वीकृति के लिए हुआ था जनसुनवाई.