दुमका : दुमका में विधानसभा चुनाव से पहले पुलिस व एसएसबी की 35वीं बटालियन ने भाकपा माओवादियों को झटका दिया है. उनके द्वारा छिपाकर रखे गये दो इंसास, इंसास की 05.56 एमएम वाली 383 गोलियां, इंसास की आठ मैगजीन, एक हैंड ग्रेनेड, हैंड ग्रेनेड का फ्यूज, दो-दो पुलथ्रू व मैगजीन पाउच भी बरामद की गयी हैं.
एसपी वाइएस रमेश ने शुक्रवार को बताया कि रानीश्वर थाना क्षेत्र के कठलिया जंगल में दो जून 2019 को पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के बाद नक्सलियों ने कठलिया व भुस्कीपहाड़ी के जंगल में ही हथियार व कारतूस छिपा दिये थे.
पुलिस को लगातार हथियार छिपाये जाने की सूचना मिल रही थी. लिहाजा पुलिस व एसएसबी सर्च अभियान के दौरान लगातार इस इलाके में हथियार व कारतूस की बरामदगी के लिए कोशिश जारी रखे हुए थी. शुक्रवार सुबह हथियार व कारतूस तथा अन्य चीजें बरामद की गयीं.
बरामद दोनों इंसास पुलिस से लूटी गयी थीं : एसपी श्री रमेश ने बताया कि बरामद दोनों ही इंसास पुलिस से ही लूटी गयी थीं. इसमें से एक की लूट पाकुड़ के तत्कालीन एसपी अमरजीत बलिहार के अंगरक्षक मनोज कुमार हेंब्रम से की गयी थी, जो पाकुड़ जिला पुलिस बल का जवान था, जबकि दूसरी इंसास शहीद रघुनंदन झा को आवंटित थी. रघुनंदन झा लोकसभा चुनाव के दौरान 2014 में प्रतिनियुक्त थे. चुनाव संपन्न कराने के बाद सरसाजोल-पलासी के बूथों से लौट रहे थे.
बस में सवार पोलिंग पार्टी व सुरक्षा बलों को लैंडमाइंस से नक्सलियों ने उड़ा दिया था. इसमें पांच पुलिसकर्मी एवं तीन मतदान कर्मी शहीद हो गये थे. अभियान में एसपी वाइएस रमेश, एसएसबी के कमांडेंट एमके पांडेय, एएसपी आरसी मिश्रा, एएसपी इमानुएल बास्की, एसएसबी के डिप्टी कमांडेंट ललित साह व नरपत सिंह, शिकारीपाड़ा थाना प्रभारी संजय कुमार मालवीय और रानीश्वर थाना प्रभारी छोटन महतो आदि शामिल थे.