35.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

Advertisement

सैम पित्रोदा ने सिख दंगों के बयान पर माफ़ी मांगी, ख़राब हिंदी का हवाला

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सलाहकार सैम पित्रोदा ने 1984 के सिख दंगों पर विवादित बयान देने पर हंगामा मचने के बाद माफ़ी मांग ली है. सैम पित्रोदा ने एक पत्रकार के सवाल पर कहा था कि ‘1984 में हुआ तो हुआ पिछले पांच साल में क्या हुआ इस पर बात करिए.’ पित्रोदा के इस […]

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सलाहकार सैम पित्रोदा ने 1984 के सिख दंगों पर विवादित बयान देने पर हंगामा मचने के बाद माफ़ी मांग ली है.

सैम पित्रोदा ने एक पत्रकार के सवाल पर कहा था कि ‘1984 में हुआ तो हुआ पिछले पांच साल में क्या हुआ इस पर बात करिए.’

पित्रोदा के इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में हंगामा मच गया. भाजपा के नेताओं ने इस बयान को हाथों-हाथ लपक लिया.

अपनी चुनावी रैलियों में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर निशाना साध रहे मोदी ने इस बार पित्रौदा के इस बयान को गांधी परिवार पर निशाना साधने की वजह बना लिया.

एक रैली में उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के नेता ने 1984 के दंगों पर कहा कि जो हुआ तो हुआ, क्या आपको पता है ये कांग्रेसी नेता कौन हैं, यह गांधी परिवार के करीबी नेता हैं, इनका गांधी परिवार के साथ उठना-बैठना है. ये नेता गांधी परिवार के सबसे बड़े राज़दार हैं, राजीव गांधी के बहुत अच्छे दोस्त और आज कांग्रेस के नामदार अध्यक्ष के गुरु हैं.’

पित्रोदा की माफ़ी

बयान पर हंगामा मचता देख पित्रोदा ने इस पर माफ़ी मांगी और कहा कि उनकी हिंदी ख़राब है वो जो कहना चाहते थे वैसा पूरी तरह हिंदी में नहीं बोल पाए.

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, पित्रोदा ने इस मामले में माफ़ी मांगते हुए कहा कि जो हुआ वह बुरा हुआ’ कहना चाहत थे. ‘बुरा हुआ’ शब्द का अनुवाद उनके दिमाग़ में उस वक़्त नहीं आ पाया.

पित्रोदा ने बयान को तोड़-मरोड़कर और ग़लत तरीके से पेश करने की बात भी कही.

इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘ बीजेपी सरकार ने क्या किया और क्या दिया? इस मुद्दे पर चर्चा करने को अन्य कई मुद्दे हैं. मुझे खेद है कि मेरी टिप्पणी को ग़लत तरीके से पेश किया गया. मैं माफ़ी मांगता हूं. इस मामले को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गया.’

https://twitter.com/ANI/status/1126832150517559296

राहुल गांधी का बयान

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए कहा कि सैम पित्रोदा ने जो कुछ भी कहा वह ग़लत था और उन्हें माफ़ी मांगनी चाहिए.

राहुल गांधी ने कहा, ‘मैं समझता हूं कि 1984 में जो हुआ वह एक त्रासदी थी. इन दंगों के दोषियों को सज़ा मिलनी चाहिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस पर माफ़ी मांगी है, मेरी मां सोनिया गांधी ने भी माफ़ी मांगी है. इस मामले में हमारे विचार स्पष्ट हैं.’

1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सिख सुरक्षाकर्मियों ने हत्या कर दी थी. इसकी प्रतिक्रिया में सिख विरोधी दंगे हुए थे जिनमें बड़े पैमाने पर सिखों को निशाना बनाया गया था.

चुनाव पर असर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी 1984 दंगों के लिए कांग्रेस पर निशाना साधती रहती है. ऐसे में सैम पित्रोदा का ये बयान बीजेपी के लिए दंगों पर राजनीति करने का एक और मौका बन गया और भाजपा कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए.

रविवार को छठे चरण में हरियाणा और पंजाब समेत देश की 59 सीटों पर मतदान होना है. सिख विरोधी दंगे सिखों के लिए भावनात्मक मुद्दा हैं.

ऐसे में पित्रौदा का ये बयान कांग्रेस के लिए राजनीतिक तौर पर भारी पड़ सकता है. फ़िलहाल कांग्रेस ने इस बयान से ख़ुद को अलग कर लिया है और पित्रौदा ने भी माफ़ी मांगते हुए सफ़ाई दी है.

ये भी पढ़ेंः

(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)

]]>

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें