37.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

Advertisement

पावर ग्रिड में गिरफ्तार दो फर्जी टेक्निशियन को भेजा गया जेल

दुर्गापुर : कोलकाता पावर ग्रिड में 25 मार्च को डिप्लोमा इलेक्ट्रिक विभाग में नियुक्त हुए गिरफ्तार दो टेक्निशियनों का रिमांड शेष होने के बाद मंगलवार अदालत में पेश किया गया, जहां सुनवाई के दौरान उनकी जमानत नामंजूर हो गयी. आरोपियों को 14 दिनों के लिए फुलझड़ महकमा जेल भेज दिया गया. पकड़े गये आरोपियों में […]

दुर्गापुर : कोलकाता पावर ग्रिड में 25 मार्च को डिप्लोमा इलेक्ट्रिक विभाग में नियुक्त हुए गिरफ्तार दो टेक्निशियनों का रिमांड शेष होने के बाद मंगलवार अदालत में पेश किया गया, जहां सुनवाई के दौरान उनकी जमानत नामंजूर हो गयी. आरोपियों को 14 दिनों के लिए फुलझड़ महकमा जेल भेज दिया गया. पकड़े गये आरोपियों में बिहार राज्य के पटना जिला के मसौढ़ी थाना अंतर्गत धनरुआ ग्राम निवासी संटू कुमार (27) एवं दुल्हिन बाजार थाना अंतर्गत भरतपुर निवासी सोनू कुमार (22) शामिल है.

उल्लेखनीय है कि कोलकाता पावर ग्रिड में इलेक्ट्रिक विभाग में स्थायी टेक्निशियन पद के लिए टाटा कंसलटेंसी ने वैकेंसी निकाली थी. पिछले महीने कोलकाता के साॅल्टलेक इलाके में लिखित परीक्षा देने के लिए देश के विभिन्न राज्यों से सैकड़ों परीक्षार्थी शामिल हुए थे. परीक्षा केंद्र में शामिल होने के पहले सभी परीक्षार्थियों का बायोमेट्रिक जांच की गयी थी. लिखित परीक्षा में 20 लोगों को चयनित कर उन्हें कोलकाता पावर ग्रिड में 25 मार्च को स्थाई नियुक्त कर लिया गया था.
नियुक्ति प्रक्रिया के बाद सभी को पूर्ण दक्ष करने के लिए दुर्गापुर के एनपीटीआई में ट्रेनिंग के लिए भेजा गया था. शनिवार को अचानक पावर ग्रिड एवं टाटा कंसलटेंसी के अधिकारी दुर्गापुर पहुंच कर दो टेक्निशियनों पर संदेह जताते हुए फिर से सभी का बायोमेट्रिक की जांच करने का आदेश दिया. जांच के दौरान नियुक्त हुए संतु कुमार एवं सोनू कुमार की अंगुलियों की निशान एवं परीक्षा देनेवाले दो युवकों की अंगुलियों के निशान अलग पाये गये.
इससे यह जाहिर हो गया की नियुक्त हुए टेक्निशियन के नाम पर दूसरे दो युवक परीक्षा में शामिल हुए थे. एनपीटीआई के अधिकारी एसके श्रीवास्तव ने बताया कि एनपीटीआई का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है. पावर ग्रिड जिम 20 टेक्निशियनों को ट्रेनिंग के लिए भेजी थी. उनका बायोमेट्रिक जांच में दो फर्जी टेक्निशियन को पकड़ा गया है, जो लिखित परीक्षा में शामिल ही नहीं थे, बायोमेट्रिक जांच के कारण ही दोनों को पकड़ने में सफलता मिली है.
कोलकाता पावर ग्रिड एवं टाटा कंसलटेंसी के अधिकारी शनिवार को एनपीटीआई में आये थे एवं संदेह व्यक्त किया था जांच के दौरान एक युवक भागने का चक्कर में था. इस तरह की घटना पहले कभी नहीं हुई है. अनुमान किया जा रहा है कि पावर ग्रिड में नौकरी के लिए इन दोनों युवकों ने दूसरे युवकों को मोटी रकम देकर परीक्षा दिलवाई थी. पास हो जाने के बाद नियुक्ति के समय यह दोनों युवक नियुक्त हो गये थे. 7 दिन तक ड्यूटी करने के बाद 20 लोगों को ट्रेनिंग के लिये भेजा गया था, जिसमें ये दोनों भी शामिल थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें