दक्षिण अफ्रीका और यूनाइटेड किंगडम में कोरोना वायरस का नया प्रकार फैलने लगा है. यह बड़ी आसानी से और तेजी से फैलता है. हालांकि कई विशेषज्ञों का मानना है कि अभी इस पर कुछ कहा नहीं जा सकता है. यह कितना खतरनाक है, इसे लेकर भी अबतक स्थिति स्पष्ट नहीं है हैरान करने वाली बात यह है कि कोरोना वायरस का नया प्रकार जैसे - जैसे बड़ी आबादी में फैलता है यह अफना रूप बदल लेता है.
कोरोना के नये प्रकार से फैला डर, लगने लगी पाबंदियां
इस नये वायरस की वजह से यूके से नयी हवाई जहाज के परिचालन पर कई देशों ने रोक लगा दी है. पूरी दुनिया में इस नये वायरस की वजह के खौफ फैल रहा है. इन वायरस में कुछ ज्यादा तेजी से बदलते हैं तो कुछ वायरस को बदलने में वक्त लगता है. कई देशों में इन वायरस के नये रूप सामने आ चुके हैं.
कोरोना वायरस के नये प्रकार की वजह से क्या वैक्सीन के निर्माण पर भी दोबारा सोचना होगा. इस सवाल पर विशेषज्ञों ने कहा है कि वैक्सीन को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है. ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कोरोना के नये प्रकार सामने आने के बाद पाबंदियों की घोषणा कर रही है.
बार- बार बदलता है रूप
इस नये कोरोना वायरस के प्रकार के संबंध में एक्सपर्ट का मानना है कि यह लोगों को जल्दी संक्रमित करता है, यह कितना खतरनाक है इसे लेकर अबतक कोई शोध नहीं हुई है. लंदन में 60 फीसद से ज्यादा लोग इसी संक्रमण की वजह से संक्रमित हुए हैं. सबसे बड़ी बात है कि इस कोरोना संक्रमण के कई प्रकार है औऱ यह बार - बार अपना स्वरूप बदलता है, अबतक इसके दो दर्ज से ज्यादा प्रकार की पहचान हो चुकी है.
क्या तैयार करनी होगी नयी वैक्सीन ?
इस नये बदलाव के साथ वायरस कई देशों में फैलता है जिसमें जेनेटिक बदलाव देखा जा रहा है. यह पहले कोरोना वायरस के मुकाबले दोगुणा संक्रामक लग रहा है. इस वायरस के लगभग 6000 केस दुनिया भर में मिले हैं. इस नये वायरस के ज्यादातर संक्रमित डेनमार्क और इंग्लैंड में हैं.
दक्षिण अफ्रीका में भी नया स्ट्रेन मिला है क्या वैक्सीन पूरी तरह इन कोरोना वायरस के नये प्रकारों से लड़ लगी.कहीं दूनिया को नये सिरे से वैक्सीन तैयार तो नहीं करनी होगी. .कई एस्पर्ट इससे इनकार करते हैं कि नयी वैक्सीन बनाने पर काम करना होगा उनका कहना है कि यह वैक्सीन काफी होगी हालांकि कई एक्सपर्ट इस पर संदेह व्यक्त करते हैं.