मुंबई: अपनी बेटी आरुषि की हत्या के मामले में दोषी ठहराए गए तलवार दंपती और अभी तक रिलीज नहीं हुई फिल्म ‘रहस्य’ के निर्माताओं में इस फिल्म की निजी प्रदर्शन के मुद्दे पर विवाद जारी है वहीं, बंबई उच्च न्यायालय ने निर्माताओं से पूछा है कि क्या वे इस लड़की के परिवार के किसी सदस्य को यह फिल्म देखने की इजाजत देने के लिए तैयार हैं.
राजेश और नूपुर तलवार ने बंबई उच्च न्यायालय का रुख कर इस फिल्म के प्रदर्शन पर इस आधार पर रोक लगाने की मांग की है कि यह उनकी बेटी आरुषि की मौत के इर्द गिर्द मौजूद विकृत तथ्यों पर आधारित है. दंत चिकित्सक दंपती फिलहाल उम्र कैद की सजा काट रहे हैं, जो एक सत्र अदालत ने उन्हें सुनाई थी. दंपती ने पिछली सुनवाई के दौरान इस फिल्म की निजी स्क्रीनिंग की मांग की थी.केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने अदालत को बताया था कि फिल्म एक काल्पनिक कथा पर आधारित है और इसका इस दंपती से कोई लेना देना नहीं है.निर्माता और निर्देशक की ओर से अधिवक्ता अतुल दामले ने आज अदालत से कहा कि तलवार के एक वकील के लिए स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जा सकती है.